दुश्मन सिर उठाए तो सिर कलम करना भी जरूरी है
बुढ़ाना गेट आर्य समाज मंदिर में कवियों ने रचनाओं के माध्यम से वीर सावरकर और चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजलि अíपत की।
मेरठ, जेएनएन। बुढ़ाना गेट आर्य समाज मंदिर में कवियों ने रचनाओं के माध्यम से वीर सावरकर और चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजलि अíपत की। कार्यक्रम के आरंभ में पंडित राजेंद्र शास्त्री ने यज्ञ कराया। कवि विजय प्रेमी ने कहा कि अगर एक हाथ में माला हो तो भाला भी जरूरी है, भक्ति के साथ शक्ति का शिवाला भी जरूरी है। वीर सावरकर और चंद्रशेखर की शहादत सिखाती है अगर दुश्मन सिर उठाए तो सिर कलम करना जरूरी है। बुढ़ाना गेट आर्य समाज के मंत्री सुशील बंसल ने हम तो फिरते हैं जंगलों में तेरी इबादत के लिए कविता सुनाई। मंगल सिंह मंगल, अलका गुप्ता, नंदिनी रस्तोगी, नीलम मिश्रा, सुदेश दिव्य आदि ने काव्य पाठ किया। इसके पहले मुख्य वक्ता विजेंद्र कुसुम ने कहा कि मनुष्य स्वार्थ वश भगवान की आराधना करता है। सच्ची आस्था के लिए महर्षि दयानंद के बताए मार्ग का अनुसरण करना होगा। अध्यक्षता राजेंद्र प्रेमी ने किया। आर्यसमाज के प्रधान अशोक सुधाकर, सोम प्रकाश रस्तोगी, नरेश, योगेश, गीता बंसल, इंदिरा राजवंशी, लता, शशि आदि मौजूद रहे।
पंचकल्याणक महोत्सव 19 से 24 अप्रैल तक : थापर नगर आर्य समाज मंदिर में रविवार को निर्माणाधीन दिगंबर जैन मंदिर के पंचकल्याणक महोत्सव की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। बताया गया कि भैसाली बस अड्डे से कुछ दूर सफेद संगमरमर से मंदिर का निर्माण हो रहा है। पंचकल्याणक महोत्सव का आयोजन 19 से 24 अप्रैल तक भैसाली मैदान में होगा। कार्यक्रम आचार्य वसुनंदी महाराज के सानिध्य में संपन्न होंगे। 19 को घटयात्रा निकलेगी और 21 को जन्म कल्याणक की रथयात्रा निकाली जाएगी। पांच दिन चलने वाले कार्यक्रमों में रात्रि में भक्ति संगीत के कार्यक्रम आयोजित होंगे। भक्तों को लाने व ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की जाएगी। मंदिर में मूलनायक मूíत भगवान ऋषभ देव की होगी। वहीं, मंदिर के विशाल गुंबद पर 24 तीर्थकरों की सफेद पाषाण निíमत मूíतयां स्थापित की जाएंगी। बैठक में दिनेश जैन, अंकुर जैन, संजय जैन, रिशु जैन, अनमोल जैन, मीरा जैन, अनिल जैन, विनेश जैन आदि मौजूद रहे।