कोरोना का टीका लगा तो अन्य बीमारी की वैक्सीन 14 दिन बाद ही
कोरोना का टीका बड़ी उम्मीदों के साथ लोगों के बीच पहुंचा है लेकिन कई प्रश्न भी जेहन में हैं। स्वास्थ्य विभाग यूनीसेफ एवं आइएमए समेत चिकित्सीय संगठनों ने सुझाव पत्र जारी किए हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना का टीका बड़ी उम्मीदों के साथ लोगों के बीच पहुंचा है, लेकिन कई प्रश्न भी जेहन में हैं। स्वास्थ्य विभाग, यूनीसेफ एवं आइएमए समेत चिकित्सीय संगठनों ने सुझाव पत्र जारी किए हैं। टीकाकरण से जुड़ी तमाम आशकाओं का समाधान करते हुए बताया गया है कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सेफ है। लेकिन कई तथ्यों का खास खयाल करना होगा।
इन्हें नहीं लगवाना है
-18 वर्ष या इससे ज्यादा उम्र वालों को ही लगेगा टीका
-अन्य बीमारी का टीका लगा तो 14 दिन बाद ही कोरोना वैक्सीन
-जिस कंपनी का पहला डोज, दूसरा डोज भी उसी कंपनी का जरूरी
-घातक एलर्जी व शाक में गए मरीज को नहीं लगाना है।
-गर्भवती व दूध पिलाती माताओं को नहीं लगेगी
-कोविड के सक्रिय मरीज व प्लाज्मा लेने वालों को नहीं लगवाना है।
-किसी बीमारी से ग्रस्त अस्पताल में भर्ती मरीज को नहीं लगवानी है।
इन्हें विशेष सावधानी की जरूरत
-जिनमें क्लाटिंग टेंडेंसी यानी थक्का बनने की प्रवृत्ति है
-जिन्हें प्लेटलेट की बीमारी है
ये लगवाएं वैक्सीन
-कोविड से उबरे मरीज, या पोस्ट कोविड बीमारी से जूझ रहे लोग
-हार्ट, न्यूरो, फेफड़े, गुर्दे व मेटोबोलिक बीमारी के मरीज
-कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के मरीज, एचआइवी मरीज
डीएम ने देखी कोरोना टीकाकरण की तैयारी
आज शनिवार सुबह से देशभर के साथ साथ मेरठ में भी शुरू होने वाले कोरोना टीकाकरण की तैयारियों का जिलाधिकारी के बालाजी ने शुक्रवार शाम को निरीक्षण किया। डीएम ने एलएलआरएम मेडिकल कालेज और संतोष अस्पताल में तैयारियां देखी तथा स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के मुताबिक कोरोना टीकाकरण की प्रक्रिया को पूरा किया जाए। उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा अपने स्तर से बदलाव न किया जाए। टीकाकरण के दौरान सभी संबंधित अधिकारी सतर्क रहे। किसी भी आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई का जाये।