वैक्सीनेशन आंकड़ा सौ करोड़ पार होने पर डाक्टरों का सम्मान

देश में सौ करोड़ लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन होने पर गुरुवार को सीएचसी पर चिकित्सा प्रभारी डा. सतीश भास्कर समेत चिकित्सकों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:11 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:11 PM (IST)
वैक्सीनेशन आंकड़ा सौ करोड़ पार होने पर डाक्टरों का सम्मान
वैक्सीनेशन आंकड़ा सौ करोड़ पार होने पर डाक्टरों का सम्मान

मेरठ, जेएनएन। देश में सौ करोड़ लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन होने पर गुरुवार को सीएचसी पर चिकित्सा प्रभारी डा. सतीश भास्कर समेत चिकित्सकों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया।

गुरुवार को भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री अमल खटीक, चंद्र शेखर, राजेंद्र चौहान, योगेंद्र जाटव, नरेंद्र सैन आदि सीएचसी पहुंचे और देश में सौ करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन किए जाने पर सीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डा.सतीश भास्कर, डा. टीपी सिंह, डा. अनिल शर्मा, डा. कपिल धामा समेत चिकित्सक दल का माला पहनाकर व प्रतीक चिह्न देकर सम्मान किया।

परीक्षितगढ़ : देश में सौ करोड़ लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन होने पर भाजपा कार्यकर्ता चेयरमैन अमित मोहन गुप्ता व जिला उपाध्यक्ष विराट चौधरी के नेतृत्व में सीएचसी पर पहुंचे और सीएचसी प्रभारी डा.संदीप गौतम व उनके चिकित्सक स्टाफ को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। चेयरमैन अमित मोहन ने कहा कि सौ करोड़ वैक्सीनेशन होना देश के लिए ऐतिहासिक क्षण है। इस अवसर पर अभिनव चौधरी, चीनू यादव, नीरज गुर्जर, प्रधान नीटू ऐंची आदि मौजूद रहे।

डेंगू ने ली चकबंदी लेखपाल की जान : मवाना तहसील के चकबंदी लेखपाल विरेंद्र रावत की गुरुवार सुबह अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वे डेंगू से पीड़ित थे और प्लेटलेट्स घटकर 12 हजार रह गई थीं। स्वजन शव को उनके गृहजनपद रुद्रप्रयाग को ले गए। उधर, तहसील में मौत की सूचना से शौक छा गया।

बता दें कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग निवासी विरेंद्र रावत करीब नौ वर्ष पूर्व मवाना तहसील में लेखपाल के पद पर तैनाती मिली थी। वे कुछ दिन बाद ही चकबंदी लेखपाल हो गए। वर्तमान में सैफपुर-फिरोजपुर व लतीफपुर हलके में काम कर रहे थे। चकबंदी पेशकार अरुण ने बताया कि मेरठ अस्पताल में टेस्ट कराया तो उन्हें जांच में डेंगू आया। देर रात उनकी पत्नी शशि, भाई व अन्य भी वहां पहुंच गए और शव को अंतिम संस्कार के लिए साथ ले गए।

उधर, तहसीलकर्मियों व चकबंदी कार्यालय से जुड़े स्टाफ ने विरेंद्र की मौत पर शोक प्रकट कर उनकी आत्मशांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।

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