ढांचा विध्वंस मामले में सुनवाई : मेरठ जनपद में रहा हाईअलर्ट, चप्पे-चप्पे पर पुलिस
ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत के बुधवार को आए फैसले को देखते हुए जिले में हाईअलर्ट रहा। चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात था। मेरठ में दिन निकलते ही पुलिस-प्रशासनिक अफसर सड़क पर उतर आए। सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
मेरठ, जेएनएन। ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत के बुधवार को आए फैसले को देखते हुए जिले में हाईअलर्ट रहा। चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात था। दिन निकलते ही पुलिस-प्रशासनिक अफसर सड़क पर उतर आए। खुफिया विभाग से पल-पल की जानकारी ली जा रही थी। डाग स्क्वाड, घुड़सवार पुलिसकर्मियों समेत पीएसी, आरएएफ और आरआरएफ के जवान प्रमुख जगहों पर तैनात किए गए थे। फैसले को देखते हुए मंगलवार से ही तैयारी शुरू कर दी गईं थी। जिले को पांच जोन, 15 सेक्टर और 62 सब सेक्टर में बांटा गया था।
सुबह आठ बजे सभी को ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश थे। दिन निकलते ही दिल्ली रोड से लेकर गढ़ रोड, हापुड़ रोड, रुड़की रोड और हाईवे पर पुलिस ने नजर रखनी शुरू कर दी। सुबह एडीजी राजीव सभरवाल, आइजी प्रवीण कुमार, एसएसपी अजय साहनी और कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम, डीएम के. बालाजी बेगमपुल चौराहे पर पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद अधिकारियों ने शहर में भ्रमण किया। उधर, एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण, एसपी क्राइम रामअर्ज और सभी सीओ भी नजर रखे रहे। एसपी सिटी ने बताया कि चार कंपनी पीएसी, आरएएफ और आरआरएफ की तैनात थीं। साथ ही कई स्थानों पर डाग स्क्वाड, घुड़सवार पुलिसकर्मी और सुरक्षा के लिहाज से वज्र वाहन व दमकल की गाड़ियां भी तैनात थीं।
यहां-यहां तैनात रहा फोर्स
अंजुम पैलेस, नूरनगर, भूमिया का पुल, मेट्रो तिराहा, लिसाड़ी चौपला, जाकिर कालोनी, इस्लामाबाद, एल ब्लॉक, कुटी चौराहा, तेजगढ़ी चौराहा, गांधी आश्रम चौराहा, जेल चुंगी, साकेत, पशु चिकित्सालय, हापुड़ अड्डा, बच्चा पार्क, इंदिरा चौक, बुढ़ाना गेट, घंटाघर, रेलवे रोड चौपला, जली कोठी, मछेरान, बेगमपुल, लालकुर्ती, फुटबाल चौक, मलियाना, शॉपरिक्स माल, शिव चौक, मेघदूत पुलिया, कमिश्नरी, कचहरी, मोदीपुरम आदि।
इन्होंने कहा
आगामी त्योहारों के मद्देनजर शहर का भ्रमण किया गया। अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। कोरोना संक्रमण के चलते सभी अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि मास्क आदि लगाने को लेकर सख्ती बरतें। ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
- के. बालाजी, डीएम मेरठ।