बिजनौर में बेलगाम भारी वाहनों से बिगड़ रही सड़कें, दूरुस्त कराने की अभी कोई योजना नहीं
उप्र के बिजनौर जिले में फ्लाईओवर्स के ऊपर से ओवरलोड खनन के डंपरों को गुजरने से नहीं रोका जा रहा है। इतना ही नहीं खस्ताहाल हो चुकी सड़कों की मरम्मत पर भी कोई जोर नहीं दिया जा रहा है।
बिजनौर, जेएनएन। पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने फ्लाईओवर्स पर कई जगह सड़कें बदहाल हो चुकी हैं। इन फ्लाईओवर्स के ऊपर से ओवरलोड खनन के डंपरों को गुजरने से नहीं रोका जा रहा है। इतना ही नहीं खस्ताहाल हो चुकी सड़कों की मरम्मत पर भी कोई जोर नहीं दिया जा रहा है। इन राष्ट्रीय राजमार्गों से गुजरना दुपहिया एवं छोटे वाहनों पर सवार लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है।
बिजनौर जिले में सड़कों की हालत गंभीर है। बड़े वाहनों के तेजी से चलने के कारण से सड़के उखड़ गईं हैं। दो पहिए वाहनों के आगमन में भी परेशानी बढ्र गई है। दो राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगर क्षेत्र में है तीन पुल
जनपद बिजनौर का एकमात्र शहर नजीबाबाद है, जहां से मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग और मुरादाबाद-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं। दोनों ही राजमार्गों पर पिछले कुछ वर्षों में नगर क्षेत्र में तीन फ्लाईओवर बने हैं। फ्लाईओवर बनने के बाद से अब तक भी इनकी सड़कों की मेंटेनेंस को ध्यान में नहीं रखा गया है।
फ्लाईओवर्स के ऊपर जहां स्पान के आसपास गड्ढे हो चुके हैं, वही पुलों के दोनों छोर पर मिट्टी धंसने से जमीन क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
पल्ला झाड़ते हैं जिम्मेदार
राज्य सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका परिषद के बीच पुलों की देखभाल को लेकर अक्सर मतभेद रहते हैं। करीब दो महीने पहले डबल फाटक फ्लाईओवर की रेलिंग तोड़कर बजरी से भरा ट्रक नीचे गिर गया था। इस दौरान रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई थी। अब तक किसी भी विभाग ने इस रेलिंग की मरम्मत करना गंवारा नहीं किया।