चंचल मन पर दिल का राज

हम सभी का मन चंचल है। मस्तिष्क में हम सोचते कुछ हैं और विचार कुछ और ही आते रहते हैं लेकिन इस चंचल मन को अपने दिल से नियंत्रित भी किया जा सकता है। फिर दिल जैसा चाहेगा मन को वैसा ही करना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 03:00 AM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 06:07 AM (IST)
चंचल मन पर दिल का राज
चंचल मन पर दिल का राज

मेरठ, जेएनएन। हम सभी का मन चंचल है। मस्तिष्क में हम सोचते कुछ हैं और विचार कुछ और ही आते रहते हैं, लेकिन इस चंचल मन को अपने दिल से नियंत्रित भी किया जा सकता है। फिर दिल जैसा चाहेगा मन को वैसा ही करना पड़ेगा। रविवार को मन को दिल से नियंत्रित करने का तरीका ध्यानोत्सव में सिखाया गया। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में श्रीराम चंद्र मिशन की ओर से आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में हार्टफुलनेस संस्था के जोन समन्वयक अनुपम अग्रवाल और वाई के गुप्ता ने तीन चरण में ध्यानोत्सव के तीनों चरणों की जानकारी दी। पहले दिन मन को नियंत्रित करने का तरीका बताया। सोमवार को शुद्धीकरण और आंतरिक निर्मलीकरण की तकनीकी सिखाई जाएगी। तीसरे दिन प्रार्थना से जुड़ने का तरीका बताया जाएगा। शुभारंभ सर छोटूराम इंजीनियरिग इंस्टीट्यूट के डा. राजीव सिजेरिया ने किया। नियति निर्माण पुस्तक का विमोचन भी किया गया। पूनम सिंह, एसपी अग्रवाल, रण सिंह तोमर, सोवेंद्र त्यागी आदि का सहयोग रहा। विवि के शिक्षक, गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

दिल भी होगा स्वस्थ्य

ध्यानोत्सव में संस्था के पदाधिकारियों ने तनाव मुक्त करने की तकनीकी भी बताया। यौगिक प्राणाहुति से हार्टफुलेनस ध्यान का अनुभव कराया। संतुलित जीवन, मन की शांति के लिए अपने आध्यात्मिक दिल यानी आत्मा को स्वच्छ रखने को कहा। उन्होंने बताया कि विभिन्न संस्कारों की छाप हमारे जीवन पर पड़ता है। आध्यात्मिक रूप से स्वच्छ रहेंगे तो हमारे दिल पर भी दबाव नहीं रहेगा।

तनाव से बचने के लिए ये करें

-आराम से बैठ जाएं, बहुत ही हल्के से अपनी आंखें बंद कर लें।

-पैरों की अंगुलियों से शुरुआत करते हुए, पैरों की अंगुलियों को घुमाएं, महसूस करें कि वे ढीली और तनावमुक्त हो रही हैं।

-महसूस करें कि आपका पूरा शरीर हल्का होकर आराम के सुखद एहसास में डूबा है।

मन को नियंत्रित करने का यह है तरीका

लगाएं ध्यान: सूर्य उगने से पहले आधे घंटे मौन रहें, आंख बंद कर मन में दिल का विचार करें। ध्यान के दौरान अगर मन में दूसरे विचार आते हैं तो उन विचारों की उपेक्षा करें।

मन की सफाई: शाम को अपने मन से विकारों की सफाई करने के लिए दिन भर के अच्छे-बुरे कार्यो का श्रेय ईश्वर को दें। बुरे कार्यो को छोड़ने का संकल्प लें।

सोने से पहले करें प्रार्थना: रात में सोने से पहले मन में ईश्वरीय विचार लाने के लिए प्रार्थना करें। जिससे सोते समय दिव्य विचार मन में आएंगे।

आंख पर पट्टी बांधकर दिखाए करतब

ध्यानोत्सव मे छोटे-छोटे बच्चों मन की एकाग्रता का परिचय अनोखे तरीके से दिया। बच्चों ने आंख पर पट्टी बांधकर कई करतब दिखाए। इसके माध्यम से उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि आंख बंद करके भी अंदर की चेतना को महसूस करके बाहरी चीजों को जान सकते हैं।

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