ज्यादा वर्कआउट से भी हार्ट अटैक का खतरा
जिम में घंटों पसीना बहाने और वेवजह कड़े शारीरिक श्रम से बचें। इससे दिल की धम
मेरठ,जेएनएन। जिम में घंटों पसीना बहाने और वेवजह कड़े शारीरिक श्रम से बचें। इससे दिल की धमनियों में क्रैक आ सकता है। डाक्टरों का कहना है कि हल्का व्यायाम और रोजाना 30 मिनट की चहलकदमी से दिल सेहतमंद रहेगा।
हृदय रोग विशेषज्ञों के मुताबिक जिम में कड़ी मेहनत करने और ज्यादा वजन उठाने वालों पर ज्यादा रिस्क है। युवाओं में इस वजह से भी हार्ट अटैक पड़ रहा है। इसके बजाय, प्राणायाम, योग और 30-45 मिनट तक रोजाना पैदल चलने से दिल की नसों में रक्त प्रवाह बेहतर रहता है। थक्का बनने का खतरा कम होता है।
चार घंटे से ज्यादा न बैठें
कार्यालयों में लगातार घंटों बैठने से भी युवाओं में दिल की बीमारियां बढ़ी हैं। चार घंटे बैठने से दिल को एक सिगरेट पीने के बराबर नुकसान होता है। मेडिकल कालेज के डा. धीरज सोनी ने बताया कि रोजाना ढाई से तीन लीटर पानी पीने से रक्त में थक्का बनने का खतरा कम होता है।
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पोस्ट कोविड मरीजों में तीन नए लक्षण
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. संजीव सक्सेना ने बताया कि कोरोना से उबरे मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा मिला। अब इन मरीजों की धड़कन तेज होने के अलावा छाती में दर्द और पसीना आने की शिकायत मिल रही है। लेकिन एंजियोग्राफी में दिल सेहतमंद मिल रहा, लेकिन ऐसे मरीजों पर नजर रखनी होगी।
लेटने पर सांस फूले तो फैल रहा दिल
मेडिकल कालेज के डा. अरविंद ने कहा कि लेटने पर सांस फूले और बैठने पर राहत मिले तो यह दिल की पंपिंग क्षमता कम होने के लक्षण हैं। ऐसे मरीजों को तत्काल इको कराना चाहिए। हार्ट की नसों में ब्लाकेज और मांसपेशियों के कमजोर होने से भी दिल की ताकत कम होती है। कोरोना वायरस ने मांसपेशियों पर गहरा असर डाला है।
इनका कहना है
एक स्थान पर चार घंटे से ज्यादा बैठना एक सिगरेट पीने जितना खतरनाक है। थोड़ी-थोड़ी देर में कुर्सी से उठकर आफिस में ही घूमने की आदत डालें। रोजाना 40 मिनट तेज कदमों से पैदल चलें। कोलेस्ट्रालयुक्त खानपान और धूमपान बिल्कुल न करें।
डा. राजीव अग्रवाल, हृदय रोग विशेषज्ञ
जिम में कड़ी मेहनत और ज्यादा वजन उठाने से भी हार्ट की आर्टरी में क्रैक हो रहा है। योग, प्राणायाम और सामान्य चहलकदमी हार्ट के लिए बेहतर है। दिल की ताकत ठीक हो तो रोजाना तीन लीटर पानी पीएं, जिससे थक्का बनने का रिस्क कम होगा। पोस्ट कोविड मरीजों में धड़कन तेज, ज्यादा पसीना और छाती में दर्द की शिकायत मिल रही है।
डा. संजीव सक्सेना, हृदय रोग विशेषज्ञ ये खानपान हैं दिल के दुश्मन
डाक्टर विनीत बंसल बताते हैं कि..
-रेडमीट और मटन में कोलेस्ट्राल व ट्राईग्लिसराइड ज्यादा होता है। दोनों सेचुरेटेड और खतरनाक हैं।
-अंडे के बीच का भाग न खाएं। सौ ग्राम में 300 मिलीग्राम तक कोलेस्ट्राल होता है, जबकि एक दिन में इसकी मात्रा पांच मिलीग्राम से ज्यादा शरीर में नहीं जाना चाहिए।
-घी व मक्खन-दोनों एनीमल फूड हैं। इसमें भी कोलेस्ट्रोल व ट्राइग्लिसराइड ज्यादा होता है, जो दिल के लिए खराब है।
-तला भोजन।
-केक व पेटीज: इसमें 40 से 60 प्रतिशत वसा होती है।
- आइसक्रीम: इसमें कंसन्ट्रेटेड कोलेस्ट्राल होता है।