Health Tips: एलर्जिक रायनाइटिस के बढ़े मरीज, नाक में खुजली और छींके कर रही तंग, बचाव के लिए करें ये उपाय
Health Tips मेरठ में मेडिकल कालेज के ईएनटी विभाग के सहायक आचार्य डा. कपिल कुमार सिंह बताते हैं कि इन दिनों उनकी ओपीडी में दो सौ से अधिक मरीज देखे जा रहे हैं। जिसमें करीब 40 फीसद मरीज एलर्जिक रायनाइटिस के मरीज होते हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। बदलते मौसम के बीच धूल-धुआं व एर्जंस की वजह से नाक में एलर्जिक रायनाइटिस या नाक की एलर्जी के मरीज बढ़ गए हैं। मेडिकल कालेज के ईएनटी विभाग की ओपीडी में इन दिनों कुल देखे जा रहे मरीजों में इसके करीब तीस से चालीस प्रतिशत तक मरीज मिल रहे हैं। वहीं इससे पहले तक कान में फंगस के आ रहे मामले कम हुए हैं। मौसम में हो रहे बदलाव के बीच हमें अपनी सेहत को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। खानपान भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
40 फीसद मरीज
मेडिकल कालेज के ईएनटी विभाग के सहायक आचार्य डा. कपिल कुमार सिंह बताते हैं कि इन दिनों उनकी ओपीडी में दो सौ से अधिक मरीज देखे जा रहे हैं। जिसमें करीब 40 फीसद मरीज एलर्जिक रायनाइटिस के मरीज होते हैं। सर्दी शुरू होने के साथ-साथ धूल-धुआं और एलर्जंस (एलर्जी के कारक) की चपेट में आकर एलर्जिक रायनाइटिस या नाक की एलर्जी की समस्या के शुरू हो जाती है। हालांकि इससे अधिक गंभीर समस्या तो नहीं लेकिन दैनिक जीवन में मरीज को परेशानी जरूर झेलनी पड़ती हैं। जिसमें मरीज को लगातार छींके आना, नाक बंद होना, खुजली और नाक से पानी जैसा तरल बहना आदि की समस्या से जूझना पड़ता है। इससे बचाव के लिए जरूरी है कि शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले एलर्जंस से बचें।
बचाव के लिए ये करें उपाय
ईएनटी विशेषज्ञ डा. कपिल कुमार सिंह ने बताया कि इन दिनों सर्दी बढ़ रही हैं और घरों में गर्म कपड़ों को निकालने से पहले उन्हें कुछ दिन धूप में दिखाने के बाद ही उपयोग करें। क्योंकि कई दिन बंद से इनमें धूल व एलर्जंस पार्टिकल होने से नाक में एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा पर्दों, कारपेट को स्वच्छ रखें। धूल वाले कामों को करने से बचें और करें तो नाक व मुंह को अच्छी तरह से ढक कर रखें। सुबह धूप निकलने के बाद बाहर टहलें।