मेरठ में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया हेडकांस्टेबल, इंस्पेक्टर पर भी मुकदमा

एसएसपी द्वारा बनाई टीम ने सदर बाजार थाने के हेडकांस्टेबल मनमोहन को तीस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। हेडकांस्टेबल के बयान को आधार बनाकर इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा को भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के मुकदमे में आरोपित बना दिया है।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 09:27 AM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 09:27 AM (IST)
मेरठ में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया हेडकांस्टेबल, इंस्पेक्टर पर भी मुकदमा
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया हेडकांस्टेबल। तस्‍वीर: एसएसपी प्रभाकर चौधरी

जागरण संवाददाता, मेरठ। एसएसपी द्वारा बनाई टीम ने सदर बाजार थाने के हेडकांस्टेबल मनमोहन को तीस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। हेडकांस्टेबल के बयान को आधार बनाकर इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा को भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के मुकदमे में आरोपित बना दिया है। हेडकांस्टेबल की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि प्राथमिक जांच में साक्ष्य के आधार पर सदर बाजार के हेडकांस्टेल और इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोप है कि ट्रक चोरी के मुकदमे की विवेचना में वसूली कर रहे थे। हेडकांस्टेबल को गिरफ्तार कर पूरे मामले की विस्तार से जांच की जा रही है।

एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि थाने के हेडकांस्टेबल और इंस्पेक्टर ट्रक चोरी के मामले में पूछताछ के लिए लाए गए खतौली के वकार को छोड़ने की एवज में एक लाख की रिश्वत मांग रहे हैं। पचास हजार की रकम पहले ही मनमोहन हेडकांस्टेबल मनमोहन को दी जा चुकी थी। मंगलवार को बाकी की रकम मनमोहन को दी जानी थी। खतौली का वकार शाम चार बजे थाने के बाहर पोस्ट आफिस के सामने मनमोहन को बाकी रकम देने पहुंचा। तभी एसपी सिटी की टीम ने मनमोहन को तीस हजार की रकम के साथ पकड़ लिया। एसएसपी के सामने पूछताछ में मनमोहन ने बताया कि इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा के कहने पर रकम वसूली जा रही थी। उसने बताया कि इंस्पेक्टर इससे पहले भी ट्रक स्वामी और चालक को छोड़ने की एवज में तीन लाख की रकम वसूल चुके हैं। कप्तान ने इंस्पेक्टर के आवास की तलाशी लेने के आदेश दिए। हेडकांस्टेबल की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर ने एसएसआइ को थाने का चार्ज दिया और हाईकोर्ट में सीए दाखिल करने की बात पुलिस के वाट्सएप ग्रुप पर डालकर निकल गए। देर रात हेडकांस्टेबल और इंस्पेक्टर के खिलाफ सदर बाजार थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया।

एसएसपी ने कराया दूसरा मुकदमा

कप्तान प्रभाकर चौधरी ने दो सप्ताह पहले भी गंगानगर थाने में दारोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया था। सदर बाजार थाने में कप्तान के कार्यकाल का यह दूसरा मुकदमा है।

राष्ट्रपति पुलिस पदक भी हो सकता है वापस

सदर बाजार इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा को हाल ही में दो लाख के इनामी बदमाश शिव शक्ति नायडू को मुठभेड़ में ढेर करने में राष्ट्रपति पुलिस पदक देने की घोषणा की गई थी। भ्रष्टचार का मुकदमा दर्ज करने के बाद बिजेंद्र राणा का राष्ट्रपति पदक भी वापस हो सकता है। उसके लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इंस्पेक्टर सदर बाजार बिजेंद्र राणा ने कहा कि हेडकांस्टेबल ने यदि वसूली का आरोप लगाया है तो वह बेबुनियाद है। पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

अपने थाने में मुलजिम बने इंस्पेक्टर राणा

सदर बाजार इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा अपने ही थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के मुलजिम बन गए। उनके आरोपित बनने के बाद थाने का चार्ज एसएसआइ के सुपुर्द कर दिया गया है। 

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