सीसीएसयू पर भारी पड़ सकती है जल्दबाजी की रिपोर्ट

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय नैक (नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिएशन काउंसिल) से ग्रेडिग की तैयारियों में जुटा हुआ है। छुट्टी के दिन भी विभागों में शिक्षक अपनी एसएसआर (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट) तैयार कर रहे हैं। इसमें कई विभागों में आनन-फानन में रिपोर्ट तैयार हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:30 AM (IST)
सीसीएसयू पर भारी पड़ सकती है जल्दबाजी की रिपोर्ट
सीसीएसयू पर भारी पड़ सकती है जल्दबाजी की रिपोर्ट

मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय नैक (नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिएशन काउंसिल) से ग्रेडिग की तैयारियों में जुटा हुआ है। छुट्टी के दिन भी विभागों में शिक्षक अपनी एसएसआर (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट) तैयार कर रहे हैं। इसमें कई विभागों में आनन-फानन में रिपोर्ट तैयार हो रही है। इसका असर विश्वविद्यालय की नैक की ग्रेडिग पर पड़ सकता है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से अभी कुछ दिन पहले नैक को लेकर समीक्षा की गई थी। जिसमें विश्वविद्यालय को नैक के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए अपनी एसएसआर तैयार करने के लिए कहा गया। साथ ही नैक की ग्रेडिग को भी बी से एक करने के लिए प्रयास करने को कहा गया। इसके बाद विश्वविद्यालय नैक की रिपोर्ट बना रहा है। 30 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय को अपनी रिपोर्ट तैयार कर नैक पोर्टल में अपलोड करना है। एसएसआर में सभी विभागों को शैक्षणिक उपलब्धियों के अलावा पेटेंट, शोध, एक्ट्रा करकुलम, पुरातन छात्र सम्मेलन, छात्रों के फीड बैक, खेल की गतिविधियों सहित अन्य कई तरह की जानकारी भरनी है। इसके साथ साक्ष्य भी प्रस्तुत करना है। विशेषज्ञों की माने तो ऐसी जानकारी के लिए विश्वविद्यालय को नियमित तैयारी करनी चाहिए। ऐसी रिपोर्ट जल्दबाजी में नहीं तैयार हो सकती है।

वर्ष 2015 में हुआ था नैक निरीक्षण

सीसीएसयू में 2015 में नैक का निरीक्षण हुआ था। जिसमें बी ग्रेड मिला था। कोविड की वजह से एक साल नैक मूल्यांकन में देरी हुई है।

छह माह के सर्टिफिकेट की मान्यता नहीं

मेरठ : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कालेजों में अब छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स नहीं संचालित होंगे। यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन) अब छह माह के कोर्स को मान्यता नहीं दे रहा है। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय में छह माह के सर्टिफिकेट के कोर्स को अब एक साल का कर दिया गया है। विश्वविद्यालय में पहले छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स वैदिक गणित में चल रहा था। इस साल से वैदिक गणित में एक साल पीजी डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जा रहा है। जिसमें प्रवेश के लिए 20 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन होंगे।

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