Hariom Anand Suicide Case: चार दिन में जांच पूरी करने के निर्देश, SSP ने तय की समय सीमा Meerut News
एसएसपी ने एसपी सिटी को हरिओम आनंद प्रकरण की जांच को चार दिनों में पूरा करने के लिए कहा है। इस दौरान सभी के बयान ले लिए गए हैं कानूनी राय भी इसपर ली जा सकती है।
मेरठ, जेएनएन। आनंद अस्पताल के प्रबंध निदेशक हरिओम आनंद आत्महत्या प्रकरण की जांच पूरी करने के लिए एसपी सिटी को चार दिन का समय दिया है। यानि मंगलवार तक एसपी सिटी को जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी। दोनों पक्षों की तरफ से दिए गए बयानों और साक्ष्यों को आधार बनाकर कानूनी राय भी ली जाएगी। ताकि जांच रिपोर्ट पर कोई भी सवाल न खड़े कर सकें।
सभी पक्षों लिए जा चुके हैं बयान
एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने बताया कि सभी पक्षों के बयान दर्ज हो चुके हैं, साक्ष्य भी सभी ने दे दिए है। कुछ लोगों के अधूरे बयान भी शुक्रवार को पूरे कर लिए है, जिस तरह से आरोप लगाए गए और दोनों पक्षों के बयान हुए हैं, उससे जांच तीन प्वाइंटों पर जा रही है। एक तरफ शेयर होल्डर हैं, दूसरे पक्ष में सुभारती ग्रुप के ट्रस्टी अतुल भटनागर है, जबकि तीसरे ग्रुप में फाइनेंसरों को रखा गया हैं। तीनों का हरिओम आनंद पर किस-किस तरह का दबाव था। उसके साक्ष्य देखे जा रहे हैं। सबूतों में कुछ पत्र और इलेक्ट्रोनिक्स सबूत भी है। ऐसे में साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ली जा रही है। साथ ही दोनों तरफ से आए साक्ष्यों और बयानों पर कानूनी राय भी ली जा रही है। इसलिए जांच में कुछ देरी हो रही है। एसएसपी अजय साहनी ने साफ कर दिया है कि जांच पूरी करने के लिए समय तय कर दिया है। अगले चार दिनों में एसपी सिटी को जांच रिपोर्ट पेश करनी होगी। ताकि मामले में आगे की कार्रवाई हो सकें।
हरिओम से शेयर होल्डरों की ज्यादा बातचीत
हरिओम आनंद की कॉल डिटेल से पता चल रहा है कि शेयर होल्डर जीएस सेठी, ललित भारद्वाज, आकाश खन्ना की सबसे ज्यादा बातचीत सामने आ रही है। पुलिस जांच कर रही है कि तीनों लोग हरिओम आनंद पर दबाव बना रहे थे, या फिर कारोबार को लेकर बातचीत हो रही है। हालांकि एसएसपी अजय साहनी का तर्क है कि हमारी जांच का हिस्सा कॉल डिटेल नहीं हैं, हम सिर्फ हरिओम की बेटी मानसी आनंद द्वारा हरिओम आनंद की आत्महत्या में लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं। एसपी सिटी सभी के द्वारा दिए साक्ष्य और बयानों को आधार बनाकर ही जांच रिपोर्ट पेश करेंगे। उधर, शेयर होल्डर ललित भारद्वाज के पुराने अपराधिक मामलों के पत्र वायरल हो रहे हैं, जिसमें ललित भारद्वाज को कांग्रेस नेता बताया है, उनके खिलाफ मुकदमे में भी दर्ज हुए है, जिनका रिकॉर्ड सोशल साइट्स पर वायरल हो रहा है।