सहारनपुर में हैंडपंप प्रकरण: आखिर प्रशासन की कवायद काम आई, दूसरी जगह हैंडपंप लगना शुरू
Handpump Dispute in Saharanpur कस्बे में प्रशासन द्वारा हैंडपंप हटाने से शुरू हुआ सियासी संग्राम थमते ही प्रशासन की कवायद काम आ गई। अब इससे कुछ दूरी पर हैंडपंप लगाया जा रहा है। शुरुआत में यहां भी उठे विरोधी स्वर को एसडीएम ने समझा-बुझाकर थामा।
सहारनपुर, जेएनएन। कस्बे में प्रशासन द्वारा हैंडपंप हटाने से शुरू हुआ सियासी संग्राम थमते ही प्रशासन की कवायद काम आ गई। अब इससे कुछ दूरी पर हैंडपंप लगाया जा रहा है। प्रशासन ने दो स्थान चिन्हित किए थे, जिनमें से एक पर विरोध होने के कारण दूसरे स्थान पर हैंडपंप लगाने का काम शुरू हो गया है।
यह है मामला
कस्बे के मोहल्ला मनिहारान में प्रशासन द्वारा एक दुकानदार की मांग पर 6 जून को हैंडपंप हटा दिया गया था। जिसका आसपास के लोगों ने विरोध किया था। इन लोगों की आवाज बने क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक नरेश सैनी ने उसी दिन यहां पहुंच कर धरना दिया था। बाद में भीम आर्मी के उपाध्यक्ष मनजीत नौटियाल ने भी इस हैंडपंप को पहले स्थान पर ही लगाए जाने की मांग को लेकर धरना दे दिया था। जबकि भाजपा व हिंदू संगठनों ने फिर से वहीं हैंडपंप लगाए जाने के विरोध में कोतवाली में प्रदर्शन किया था। इस आंदोलन में कांग्रेस के विधायक नरेश सैनी व मसूद अख्तर को बेहट में फिर से धरना देने आते समय पुलिस प्रशासन ने तीसरे दिन हिरासत में भी ले लिया था। इसके साथ ही यह राजनीतिक घमासान थम गया था। उधर, प्रशासन पुराने हैंडपंप से कुछ दूरी पर दूसरा हैंडपंप लगाने की कवायद में जुटा था।
एसडीएम दीप्ति देव यादव को डीएम अखिलेश सिंह ने यह जिम्मेदारी सौंपी थी। एसडीएम ने दो स्थान चिन्हित किए थे। लेकिन इनमें से एक पर विरोध शुरू हो गया था। एसडीएम ने दूसरे स्थान पर जब हैंडपंप लगाने की तैयारी शुरू कराई तो यहां दूसरे दुकानदार ने विरोध शुरू कर दिया। जिसे एसडीएम ने समझा-बुझाकर हैंडपंप लगवाने के लिए तैयार कर लिया। उस स्थान पर हैंडपंप लगाने का काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही इस मामले का पटाक्षेप हो गया।