जनवरी में इस दिन बन रहा है गुरु पुष्य योग, इन कार्यों की शुरूआत करना रहेगा शुभ
28 जनवरी गुरुवार को गुरु पुष्य योग बन रहा है। गुरुवार को पड़ने के कारण गुरु पुष्य योग कहा जाता है! गुरुवार को पड़ने के कारण गुरु पुष्य योग और रविवार को रवि पुष्य योग कहलाता है। देव गुरु बृहस्पति है पद प्रतिष्ठा और समृद्धि के स्वामी।
मेरठ, जेएनएन। आकाश मंडल में कुल 27 नक्षत्र है, और इनमें पुष्य नक्षत्र सबसे शुभ माना जाता है। इस नक्षत्र को तिष्य और अमरेज्य के नाम से भी जाना जाता है। तिष्य का अर्थ शुभ मांगलिक वाला नक्षत्र और अमरेज्य यानी देवताओं के द्वारा पूजा जाने वाला नक्षत्र। इस बार 28 जनवरी गुरुवार को गुरु पुष्य
योग बन रहा है। गुरुवार को पड़ने के कारण गुरु पुष्य योग कहा जाता है, क्योंकि और रविवार के दिन इसका सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है। गुरुवार को पड़ने के कारण गुरु पुष्य योग और रविवार को रवि पुष्य योग कहलाता है। जो सर्वाधिक शुभ योग में से एक है। वहीं अन्य दिनों में इसका फल सामान्य रहता है।
पुष्य योग में खरीदारी अक्षय
मेरठ सूरजकुंड बाबा मनोहर नाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज ने बताया कि पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करना हो या फिर कोई शुभ कार्य की शुरुआत करनी हो सभी शुभ रहता है। इसलिए इस नक्षत्र में कई गई खरीदारी अक्षय मानी गई है। साथ ही निवेश को भी अच्छा माना गया है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चों पर देवी देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है, और उनका यश फैलता है।
वाहन और भूमि की खरीदारी भी है शुभ
ज्योतिष उमेश पुरी बताते हैं कि पुष्य नक्षत्र में वाहन, भूमि की खरीदारी करना भी शुभ रहता है। इस समय नया व्यापार भी शुरू किया जा सकता है। इसलिए इस योग में लोग वाहन, भूमि और आभूषण की खरीदारी करते है। जिसका कभी क्षय नहीं होता है।