Gram Panchyat By Poll Meerut: निर्विरोध निर्वाचित सदस्यों का ग्रामीण कर रहे विरोध,अफसरों से की गई शिकायत
मेरठ में उपचुनाव के लिए नामांकन के दौरान अधिकांश पदों पर एकल नामांकन होने के कारण बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत सदस्यों को निर्विरोध निर्वाचित मान लिया गया। ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए अधिकारियों से शिकायत करनी शुरू कर दी है।
मेरठ, जेएनएन। Gram Panchyat By Poll Meerut मेरठ में ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान खाली रह गए पदों पर 12 जून को मतदान होना है। जिला प्रशासन ने मतदान कराने की तैयारियों को अपने स्तर से अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। उधर, नामांकन के दौरान अधिकांश पदों पर एकल नामांकन होने के कारण बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत सदस्यों को निर्विरोध निर्वाचित मान लिया गया। अब कई गांवों के ग्रामीणों ने निर्वाचित हुए सदस्यों का विरोध करते हुए अधिकारियों से शिकायत करनी शुरू कर दी है।
पदों को भरने की कवायद
पंचायत चुनाव के दौरान विभिन्न कारणों के चलते 2028 ग्राम पंचायत सदस्य के साथ एक प्रधान और दो क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पद खाली रह गए थे। खाली पदों के कारण ही जनपद की 186 ग्राम पंचायतों का गठन नहीं हो सका और प्रधान भी शपथ नहीं ले सके थे। राज्य निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव का कार्यक्रम जारी कर खाली पदों को भरने की कवायद शुरू की। नामांकन के दौरान ही एकल नामांकन होने के कारण 1929 ग्राम पंचायत सदस्यों को निॢवरोध निर्वाचित मान लिया गया। वहीं, 99 पदों पर दो से अधिक नामांकन होने पर चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू की गई। बुधवार को एसडी सदर इंटर कालेज में मतदान संपन्न कराने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया।
उपचुनाव की तैयारी पूरी
उधर, निर्विरोध निर्वाचित हुए ग्राम पंचायत सदस्यों के विरोध में ग्रामीण भी उतर आए हैं। कई गांवों के लोगों ने इस संबंध में अधिकारियों से शिकायत भी की है। रजपुरा विकास खंड के गांव नंगला शेखू के साथ सरधना, माछरा, हस्तिनापुर आदि विकास खंडों से भी शिकायत जिला प्रशासन के पास पहुंची है। शिकायत करने वाले ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सदस्यों को निॢवरोध निर्वाचित कराने के लिए प्रधान से लेकर आरओ और एआरओ पर भी आरोप लगाए हैं। फिलहाल ग्रामीणों की शिकायतों को किनारे कर 12 जून को होने वाले मतदान की तैयारियों को पूरा किया जा रहा है। डीपीआरओ आलोक सिन्हा ने बताया कि उपचुनाव की तैयारी पूरी हो चुकी है। मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। शिकायतों की भी जांच कराई जाएगी।