आधा गिलास पानी की आदत डालें, पॉलीथिन से करें तौबा : राज्यपाल Meerut News
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के दीक्षा समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि रसायनिक खादों का प्रयोग कर हम खेत को बंजर बना रहे हैं। इससे बचना चाहिए।
मेरठ, जेएनएन। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के दीक्षा समारोह में राज्यपाल और विवि की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय को मंथन करने की जरूरत है। कृषि विश्वविद्यालय जो सरदार पटेल के नाम से बना है, वह देश में 15 में स्थान पर है। इस विश्वविद्यालय को भारत के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। राज्यपाल ने अपने संबोधन में सामाजिक और वर्तमान समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया।
रासायनिक खादों का प्रयोग बंद करना होगा
उन्होंने कहा कि रसायनिक खादों का प्रयोग कर हम खेत को बंजर बना रहे हैं। हम पॉलीथिन का प्रयोग कर रहे हैं, इसे रोकना होगा। उन्होंने मेरठ के लोगों से अपील की कि वह पॉलीथिन का उपयोग न करें। राज्यपाल ने आधा गिलास पानी को भी अपने आदत में शुमार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हम में से बहुत से लोग पूरा गिलास पानी और प्लेटभर कर खाना लेते हैं। फिर आधा फेंक देते हैं। यह प्रवृति बदलने की जरूरत है। भारत में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें एक समय का भोजन नहीं मिल पाता है, ऐसे में इस पर भी विचार करने की जरूरत है।
गुजरात मॉडल को अपनाएं मेरठ के किसान
उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह फसलों के अवशेष को खेतों में जलाने से बचें। साथ ही कृषि वैज्ञानिकों और कृषि स्नातकों से भी इस दिशा में काम करने के लिए कहा ताकि अवशेष से कोई खाद बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि टीबी रोग के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। कृषि विवि को टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लेने की जरूरत है। भारत मे 2025 तक इसे खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने गुजरात मॉडल पर मेरठ में भी किसानों के लिए साप्ताहिक बाजार बनाने का सुझाव दिया, जहां आर्गेनिक उत्पाद बेचा जा सके।