बाबा टिकैत की हुंकार से हिल जाती थीं सरकारें
आजाद भारत में किसान आंदोलनों के प्रणेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि मनाई गई।
मेरठ,जेएनएन। आजाद भारत में किसान आंदोलनों के प्रणेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर जगह-जगह किसानों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। ईकड़ी गांव में भाकियू पदाधिकारियों ने किसानों को एकजुट कर संघर्ष करने के लिए तैयार करने में महेंद्र सिंह टिकैत की भूमिका को याद किया। जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के आवास पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर किसानों ने नमन किया। वैदिक मंत्रों के साथ हवन हुआ।
मनोज त्यागी ने कहा कि बाबा महेंद्र सिंह टिकैत संगठित रहने का जो मंत्र दे गए हैं हमें उस पर डटे रहना होगा। जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते गाजीपुर बार्डर पर धरना चलता रहेगा। कहा कि कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन के चलते घरों में किसान नेता को श्रद्धांजलि देने की अपील की गई है। अनिकेत त्यागी, अशफाक, तौफीक, अहमद जैनपुर आदि मौजूद रहे। सैनिक विहार स्थित बाबा इलम सिंह के आवास पर हवन का आयोजन हुआ। सतीश कुमार ने सपत्नीक मुख्य यजमान के रूप में भाग लिया। भाकियू नेता संजय दौरालिया ने कहा कि देश की आजादी के बाद बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने देश में किसान की समस्याओं को लेकर बड़े आंदोलन चलाए। उनके आंदोलनों से केंद्र और राज्य सरकारें हिल जाती थीं। अंत में उन्हें किसानों की मांगों के आगे झुकना पड़ता था। इंद्रपाल सिंह, जगत सिंह राठी, राजकुमार घोपला, सुमित चौधरी, उपेंद्र दौराला, जगपाल सिंह, मनोज खत्री आदि मौजूद रहे।
बाबा ईलम सिंह को पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि: कंकरखेड़ा के सैनिक विहार स्थित बाबा ईलम सिंह के आवास पर शनिवार को भाकियू पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हवन कर बाबा ईलम सिंह की पुण्यतिथि मनाई। भाकियू नेता संजय दौरालिया ने बताया कि कंकरखेड़ा स्थित बाबा ईलम सिंह के आवास पर भाकियू के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्र हुए। उन्होंने बताया कि शनिवार को किसानों के मसीहा बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर हवन किया गया। हवन में मुख्य यजमान बाबा ईलम सिंह के पुत्र सतीश कुमार अपनी पत्नी के साथ रहे। सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने हवन में आहुति देकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान पर राजकुमार, नरेश, हरेंद्र, चौधरी इंद्रपाल, जगत सिंह, उपेंद्र, पुरूषोत्तम उपाध्याय, जगपाल, मदनपाल, पम्मी, नीटू, सतेंद्र, उज्ज्वल, गोपीचंद, गौरव आदि मौजूद रहे।