मेरठ के मवाना में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर बच्ची की मौत, हंगामा

मवाना की अहसान कालोनी निवासी दिलरुबा चूडिय़ों पर मीनाकारी का काम कराती हैं । आसपास के बच्चे व महिलाएं यह काम मजदूरी पर करती हैं। मधुबन कालोनी निवासी इलियास की पुत्री अफशा भी पढ़ने की उम्र में यहां मजदूरी करती थी।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 09:14 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 09:14 PM (IST)
मेरठ के मवाना में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर बच्ची की मौत, हंगामा
मेरठ के मवाना में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर मृत अफशा का फाइल फोटो

मेरठ, जागरण संवाददाता। मवाना में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर 12 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। इससे क्षुब्ध बच्ची के परिवार वालों और मोहल्ले के लोगों ने ऊर्जा निगम पर लाइन नहीं हटाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

मोहल्ला मुन्नालाल की अहसान कालोनी निवासी दिलरुबा चूडिय़ों पर मीनाकारी का काम कराती हैं। आसपास के बच्चे व महिलाएं यह काम मजदूरी पर करती हैं। मधुबन कालोनी निवासी इलियास की 12 साल की पुत्री अफशा भी इन्हीं में शामिल थी।

केमिकल की केन लेने गई थी छत पर

गुरुवार सुबह 11 बजे अफशा केमिकल की केन लेने छत पर गई तो ऊपर से गुजर रहे 11 हजार केवी के विद्युत तारों की चपेट में आ गई। लोगों ने बिजलीघर पर सूचना देकर आपूर्ति बंद कराई लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। ऊर्जा निगम के एसडीओ राजू पटेल और दारोगा उपेंद्र राणा मौके पर पहुंचे। शव पोस्टमार्टम को भेजा। देर शाम तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।

पढ़ने की उम्र में कर रही थी मजदूरी

चार बहनों में तीसरे नंबर की अफशा पढ़ाई के बजाय मजदूरी करती थी। उसके पिता इलियास भी मजदूरी करते हेंै। घटनास्थल पर अफशा की बहनें, पिता और मां सरताज भी पहुंच गए लेकिन तारों में करंट होने के चलते बेबस खड़े रोते रहे। शटडाउन के बाद शव के पास पहुंच सके।

अवैध कालोनियां बन रहीं हादसे का सबब

मवाना में कालोनाइजर खेती की जमीन पर अवैध कालोनियां बसा रहे हैं। इनमें न तो सड़कें हैं और न बिजली की आपूॢत। हाईटेंशन, एलटी लाइन शिफ्ट किए बिना ही इनके नीचे मकान खड़े कर दिए गए हैैं। इससे राजस्व विभाग को भी लाखों की चपत लग रही है।

किसी का दोष नहीं, इत्तेफाकन हुआ हादसा

मृतका के पिता इलियास ने थाने में दी तहरीर में कहा है कि अफशा मकान की छत पर खेलते समय इत्तेफाकन विद्युत लाइन की चपेट में आ गई। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।

इन्होंने कहा

हाईटेंशन लाइन 40 वर्ष पुरानी है जबकि यह बस्ती कुछ वर्ष पहले बनी है। ऊर्जा निगम जिम्मेदार नहीं है। फिर भी जांच करा आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-राजू पटेल, एसडीओ ऊर्जा निगम, मवाना।

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