कोरोना भड़कने से पहले लगवा लीजिए वैक्सीन
पिछले साल गर्मियों में कोरोना वायरस ने कहर ढाया। जिले के कोने-कोने में मरीज मिले और बड़ी संख्या में मरीजों की जान चली गई।
मेरठ, जेएनएन। पिछले साल गर्मियों में कोरोना वायरस ने कहर ढाया। जिले के कोने-कोने में मरीज मिले, और बड़ी संख्या में मरीजों की जान चली गई। एक बार फिर कोरोना वायरस गर्मियों के साथ बढ़ता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने आगाह किया है कि दुनियाभर में कोरोना की लहर आती-जाती रहेगी। संक्रमण से बचने की वैक्सीन मिल गई है तो इसे लगवाने में ढिलाई न बरती जाए।
देश में एक बार फिर लाकडाउन पर चर्चा तेज हो गई है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि देशभर में कोरोना का आंकड़ा बढ़ा है। गाजियाबाद में धारा-144 लगा दी गई है। मेरठ में भी गत सप्ताह के दौरान 40 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग का कहना है कि सर्दी और गर्मी के बीच का महीना मार्च वायरस संक्रमण के लिए अनुकूल होता है। हालांकि कोरोना पिछले साल जून से सितंबर तक तेजी से बढ़ा था, ऐसे में इस वायरस को लेकर कोई भी अनुमान सटीक नहीं निकला। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान का कहना है कि यह लहर अभी तक सामान्य लहर के साथ आई है। लेकिन यह बड़ी भी हो सकती है। अभी भी संभलने का वक्त है। बाक्स::::
ऐसे होगा कोरोना से बचाव
-45 साल से ज्यादा उम्र वाले मरीज व 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोग तत्काल कोरोना वैक्सीन लगवाएं।
-मास्क पहनें। भीड़भाड़ में न जाएं। हाथ को बार-बार धोएं।
-अस्पताल व क्लीनिकों में बिना वजह न जाएं। झुंड में एक साथ न खड़े हों।
-बाजार, शापिंग माल, सम्मेलन व पार्टी में जाने से पहले दो मास्क साथ में रखें। एक खराब हो जाए तो दूसरा पहनें।
-गले मिलना बंद कर दें। किसी से हाथ भी न मिलाएं।
-खांसी, बुखार या सांस लेने में दिक्कत हो तो कोविड की जांच कराएं।
-संभव हो तो रेल व हवाई यात्रा न करें। बाक्स:::
अब तक मार्च में मिल चुके हैं 82 मरीज
जनवरी-21 में जहां संक्रमण की दर 0.4 फीसद पहुंच गई थी, वहीं मार्च में बढ़कर फिर 0.1 फीसद हो गई है। जबकि सैंपलों की संख्या कम है। विभाग का आकलन है कि मार्च के अंत तक मरीजों की संख्या 150 तक पहुंच जाएगी। चार माह में सैंपलिंग और मरीजों की स्थिति
माह सैंपल मरीजों की संख्या
दिसंबर-20 156556 2858
जनवरी-21 121702 537
फरवरी-21 115802 123
17 मार्च-21 57702 82 50 फीसद से कम टीकाकरण से बढ़ी चिंता
तारीख इतने फीसद ने लगवाया टीका
15 मार्च 43 फीसद
16 मार्च 34.1 फीसद
17 मार्च 33.2 फीसद
18 मार्च 50.1 फीसद