सेना में नौकरी दिलाने वाले गैंग का भंडाफोड़, पूर्व सैनिक समेत दो गिरफ्तार Meerut News

सेना में नौकरी दिलाने वाले गैंग का मेरठ पुलिस ने भंड़ाफोड किया है। एक पूर्व सैनिक समेत दो युवक को गिरफ्तार किया है। गणतंत्र दिवस पर चेकिंग के दौरान इन्‍हें होटल से पकड़ा गया। इनके पास से टिटोरियल विंग के सर्टिफिकेट बरामद हुए हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 11:36 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 11:36 PM (IST)
सेना में नौकरी दिलाने वाले गैंग का भंडाफोड़, पूर्व सैनिक समेत दो गिरफ्तार Meerut News
पूर्व सैनिक समेत दो गिरफ्तार हुए हैं।

मेरठ, जेएनएन। सेना में नौकरी दिलाने का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक पूर्व सैनिक है। पुलिस ने होटल से आठ युवक भी पकड़े हैं, जो नौकरी के लिए आए थे। सभी लोग महाराष्ट्र के रहने वाले है। आरोपितों के पास से सेना के फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं। पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है।

गणतंत्र दिवस के मद्देनजर खुफिया विभाग अलर्ट है। शुक्रवार देर शाम एलआइयू और आइबी की टीम सदर बाजार थाना क्षेत्र में होटलों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान एमडी होटल का रजिस्टर चेक किया तो दस लोग करीब एक सप्ताह से रुके हुए मिले। मैनेजर से पूछताछ की तो उसने सभी को बाहर का बताया। टीम ने थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस 10 लोगों को पकड़कर थाने ले आई। पूछताछ में पता चला कि युवक सेना की टेरिटोरियल विंग में भर्ती होने के लिए आए थे। सभी को दो लोग लेकर आए थे। उनके पास से टेरिटोरियल विंग का एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, आर्मी कैंटीन का कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

दोनों ही महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। एक का नाम राजेंद्र दिलीप भिलोरे और दूसरे का नाम राजेंद्र सकपाल है। सूचना पर एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह भी थाने पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके साथ होटल में आठ युवक भी रुके हुए थे। मामले की जांच की जा रही है। सेना में भर्ती के लिए सभी आए थे। पूछताछ जारी है।

आर्मी इंटेलीजेंस ने दी थी सूचना

सेना के फर्जी कागजात बनाने के मामले में एक दिन पहले ही आर्मी इंटेलीजेंस ने देहरादून से तीन लोगों को पकड़ा था। इस मामले की पड़ताल चल रही है। इस दौरान ही आर्मी इंटेलीजेंस को सेना में भर्ती के लिए आए लोगों की जानकारी मिली थी। उन्होंने तुरंत ही एलआइयू और थाना पुलिस को इससे रूबरू करा दिया था। टीम वर्क के बाद ही आरोपित पकड़ में आ सके। 

chat bot
आपका साथी