गंगा के जलस्तर में गिरावट, खादर की स्थिति जस की तस

हस्तिनापुर में दो दिन पूर्व गंगा नदी में आए उफान ने खादर क्षेत्र में तबाही मचा दी है। किसानों की धान की फसलें खेतों में ही तबाह हो गयी है जिससे उनकी आíथक स्थिति दयनीय होने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 08:16 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 08:16 PM (IST)
गंगा के जलस्तर में गिरावट, खादर की स्थिति जस की तस
गंगा के जलस्तर में गिरावट, खादर की स्थिति जस की तस

मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर में दो दिन पूर्व गंगा नदी में आए उफान ने खादर क्षेत्र में तबाही मचा दी है। किसानों की धान की फसलें खेतों में ही तबाह हो गयी है, जिससे उनकी आíथक स्थिति दयनीय होने लगी है। वही कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है। घरों में पानी भरा होने के कारण लोगों ने छतों पर आसरा लिया है। जिधर देखों उधर पानी ही पानी नजर आता है। चांदपुर जाने वाला मार्ग पर भी कई कई फीट पानी बह रहा है। जिससे सड़क के किनारे क्षतिग्रस्त हो गये है।

बिजनौर बैराज के अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर मे काफी गिरावट आ गयी है और घटकर कुल 96 हजार क्यूसैक रह गया है। वही हरिद्वार से जलस्तर घटकर 83 हजार क्यूसैक रह गया है। परंतु दो दिन पूर्व से बढ़े जलस्तर ने खादर क्षेत्र मे तबाही मचा दी है। लगभग दो दर्जन से अधिक गांव पानी से चारों ओर से घिरे है कई गांवों में तो पानी बस्तियों में घुस गया है। जिससे लोगो का अधिक समस्या का सामना करना पड रहा है। सिरजेपुर, रठौरा कला, हंसापुर परसापुर, दबखेड़ी, हादीपुर गांवडी, शेरपुर आदि गांवो का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है। केवल ट्रेक्टर ट्राली ही आवागमन का साधन है। झड़ाका मोड़ के समीप पुलिस ने बैरियर लगा दिया और लोगों को आगे जाने से रोक रहे है।

ये गांव है प्रभावित

फतेहपुर प्रेम, दबखेडी, भागोपुर, हरिपुर, छोटी चामरोद, हंसापुर परसापुर, शेरपुर, नई बस्ती, रठौरा कला, हादीपुर गांवड़ी, सिरजेपुर, किशनपुर, लतीफपुर, बामनौली, खेडी कला, बधुवा, भिकुंड दूधली खादर, मखदूमपुर, जलालपुर आदि गांव बाढ़ से प्रभावित है।

विद्युत आपूíत बाधित

ग्रामीणों ने बताया कि दिन के समय में भय बना रहता है कि कई तार टूटकर पानी में न गिर जाए और करंट प्रवाहित होने से कोई बड़ा हादसा न हो जाये। केवल रात में ही विद्युत आपूíत सुचारू की जाती है। जबकि दिन मे पूर्ण रूप से बाधित रहती है।

दो मकान गिरे

गुरूवार को गांवो के समीप से पानी मे तो गिरावट आयी परंतु अब मकान दरकने लगे। रठोरा कला गांव में फतेह सिंह व मखदूमपुर मे राजेंद्र सिंह के मकान धराशायी हो गये। जिससे घर में रखा सामान भी खराब हो गया। गनीमत यह रही कि किसी को चोट नही आई।

कई गांवो का संपर्क कटा

हस्तिनापुर रामराज मार्ग से सिरजेपुर जाने वाले मार्ग पर कई कई फीट पानी सडकों से होकर बह रहा है। जिस कारण रठोरा कला, हसंापुर परसापुर, दबखेडी, भागोपुर , शेरपुर , नई बस्ती, हरिपुर समेत किशनपुर व हादीपुर गांवडी का भी संपर्क कट गया है।

गंगा पुल की एप्रोच रोड भी ध्वस्त

मवाना व चांदपुर को जोड़ने वाले गंगा पुल की ओर जाने वाले मार्ग पर भी कई कई फीट खड़ा पानी बह रहा है। पानी की तेज धार न सड़क के दोनों किनारे भी ध्वस्त हो गये है। पुलिस ने झड़ाका मोड पर बैरियर लगाकर लोगों को आगे जाने से रोकना प्रारंभ कर दिया है।

छतों पर लिया आसरा

हादीपुर गांवडी, लतीफपुर, दबखेडी, भागोपुर, किशनपुर समेत कई गांवो की बस्तियों मे पानी घुस गया है। लोगों के घरों में पानी भर जाने से लोगों ने छतों पर आसरा बना लिया है। उनका कहना है कि रात मे छतों पर रहकर रात बिता रहे है।

पशुओं को कहां ले जाए

बाढ़ ग्रस्त जिन गांवो में घरों में भी पानी घुस गया है उन गांवो के लोगो को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनके सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे अब पशुओ को कहां बांधे। क्योकि पानी में खडे रहने से उनमें खुरपका नामक बीमारी उत्पन्न हो सकती है।

चिकित्सकों ने दवाई वितरित की

प्रभारी चिकित्साधिकारी राहुल वर्मा ने गुरूवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ रठोरा कलां गाव मे दवाईया वितरित की। वही पशुओं के चिकित्सक डा. विनोद कुमार ने कीडों की दवाईयां वितरित की।

एसडीएम का कहना

एसडीएम मवाना कमलेश कुमार गोयल ने गुरूवार को रठौरा कला, लतीफपुर , बामनौली समेत कई गांवो का निरीक्षण किया। उन्होने किसानों से वार्ता की तथा कहा कि पानी उतर जाने के पश्चात नष्ट हुई फसलों का सर्वेक्षण कराया जायेगा। वैसे जलस्तर में काफी गिरावट आ गयी है और शीघ्र ही हालात सामान्य हो जायेंगे।

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