Fire In Chemical factory: मेरठ के केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग, तबाह होने से बच गया नरहेड़ा गांव
मंगलवार की दोपहर को मेरठ के खरखौदा में गांव के बाहर पारस केमिकल की फैक्ट्री में अचानक आग लगने से अफरातफरी मच गई। ग्राम प्रधान ने आग लगने की सूचना पुलिस दी। बताया जा रहा है कि यह फैक्ट्री काफी समय से बंद थी।
मेरठ, जेएनएन। खरखौदा के नरहेड़ा गांव में पारस केमिकल्स फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई। केमिकल के ड्रम बम की तरह फटने से पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। गनीमत रही कि पूरा गांव तबाह होने से बच गया। हादसे के बाद फैक्ट्री मालिक और कर्मचारी भाग गए। दमकल विभाग ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। माना जा रहा है कि केमिकल की आड़ में फैक्ट्री के अंदर गाडिय़ों का नकली पेंट तैयार किया जा रहा था। पेंट के कुछ डिब्बे भी फैक्ट्री से दमकल विभाग की टीम को मिले हैं।
बम की तरह फटने लगे ड्रम
नौचंदी थाना क्षेत्र के उमर नगर निवासी आस मोहम्मद की नरहेड़ा में पारस केमिकल्स के नाम से फैक्ट्री है। उसने गांव के ही राकिब का गोदाम किराए पर ले रखा है। आस मोहम्मद ने बताया कि पेंट में डालने का केमिकल तैयार किया जाता था, जिसे परतापुर स्थित कई कंपनियों को बेचा जाता था। मंगलवार दोपहर अचानक फैक्ट्री में आग लग गई। उस समय फैक्ट्री के अंदर केमिकल के करीब 500 ड्रम रखे हुए थे। आग लगने के बाद ड्रम फटने लगे और लपटें निकलने लगीं। दमकल की तीन गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। तब तक करीब सौ ड्रम और वहां रखीं मशीनें जल गईं। 400 ड्रम को बचा लिया गया। यदि सभी ड्रम में आग लग जाती तो गांव में बड़ा हादसा हो सकता था। फैक्ट्री के अंदर बिजली कनेक्शन तक नहीं था। सभी काम जनरेटर से होता था। माना जा रहा है कि किसी कर्मचारी के बीड़ी पीने की वजह से केमिकल में आग लग गई।
नकली पेंट भी होता था तैयार
अग्निशमन अधिकारी संतोष राय ने बताया कि फैक्ट्री के अंदर कुछ पेंट के डब्बे भी मिले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि फैक्ट्री में वाहनों पर किया जाने वाला पेंट भी तैयार हो रहा था। पुलिस और दमकल की टीम जांच कर रही हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि आस मोहम्मद के पिता सुलेमान ने पहले फफूंडा में पेंट की फैक्ट्री लगा रखी थी। वहां से फैक्ट्री बंद करने के बाद दस साल से आस मोहम्मद ने यहां पारस केमिकल्स के नाम से फैक्ट्री लगाई थी। माना जा रहा है कि पिछले साढ़े चार सालों से नकली पेंट तैयार कर शहर और अन्य जनपदों में सप्लाई किया जा रहा था। फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी।
इन्होंने क्या कहा
तीन गाडिय़ों ने करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया। फैक्ट्री मालिक और कर्मचारी मौके से भाग गए। फोन पर फैक्ट्री मालिक ने कानपुर होने की जानकारी दी है। उसे अपने सभी कागजात लेकर दमकल आफिस में बुलाया गया है। प्रथम जांच में लग रहा है कि केमिकल की आड़ में आस मोहम्मद पेंट तैयार कर रहा था। -संतोष राय, अग्निशमन अधिकारी