सूरजकुंड में रात आठ बजे तक 55 शवों का अंतिम संस्कार

कोरोना संक्रमण से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार को सूरजकुंड श्मशान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 09:15 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 09:15 AM (IST)
सूरजकुंड में रात आठ बजे तक 55 शवों का अंतिम संस्कार
सूरजकुंड में रात आठ बजे तक 55 शवों का अंतिम संस्कार

मेरठ,जेएनएन। कोरोना संक्रमण से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार को सूरजकुंड श्मशानघाट में रात आठ बजे तक कुल 55 शव पहुंचे। जिनका अंतिम संस्कार कोविड और नान कोविड दाह स्थलों पर कराया गया। 18 शव कोरोना संक्रमित रहे। जबकि 37 शव नान कोविड रहे। हालांकि शाम को कोरोना संक्रमित शवों के एक साथ पहुंचने से पार्किंग क्षेत्र में चिता लगाने में परेशानी हुई। कुछ चिता जमीन पर ही लगानी पड़ी।यही स्थिति श्मशानघाट के अंदर वाले हिस्से में भी रही। वहीं कंकरखेड़ा श्मशानघाट पर कुल 12 नान कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, हजरत बाले मियां कब्रिस्तान के प्रबंधक मुफ्ती मोहम्मद अशरफ ने बताया कि कब्रिस्तान में कुल 18 शव दफनाए गए।

सूरजकुंड में रात आठ बजे तक 55 शवों का अंतिम संस्कार: कोरोना संक्रमण से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार को सूरजकुंड श्मशानघाट में रात आठ बजे तक कुल 55 शव पहुंचे। जिनका अंतिम संस्कार कोविड और नान कोविड दाह स्थलों पर कराया गया। 18 शव कोरोना संक्रमित रहे। जबकि 37 शव नान कोविड रहे। हालांकि शाम को कोरोना संक्रमित शवों के एक साथ पहुंचने से पार्किंग क्षेत्र में चिता लगाने में परेशानी हुई। कुछ चिता जमीन पर ही लगानी पड़ी।यही स्थिति श्मशानघाट के अंदर वाले हिस्से में भी रही। वहीं कंकरखेड़ा श्मशानघाट पर कुल 12 नान कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, हजरत बाले मियां कब्रिस्तान के प्रबंधक मुफ्ती मोहम्मद अशरफ ने बताया कि कब्रिस्तान में कुल 18 शव दफनाए गए।

एमएलसी डा. सरोजिनी अग्रवाल ने कोरोना से निपटने को दिए 50 लाख : कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार कहर ढा रहा है। संक्रमण तेजी से फैलने की वजह से कई जगह अस्पतालों में आक्सीजन समेत अन्य साजो सामान की कमी देखने को मिल रही है। ऐसे में भाजपा से विधान परिषद सदस्य डा. सरोजिनी अग्रवाल ने बुधवार को जिलाधिकारी के बालाजी को पत्र सौंपकर कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए अपनी विधायक निधि से 50 लाख रुपये जारी करने की पेशकश की है। एमएलसी डा. सरोजिनी अग्रवाल ने कहा है कि इस धनराशि से जनता के समुचित उपचार के लिए आक्सीजन समेत उपचार में उपयोगी अन्य उपकरणों की व्यवस्था की जाए।

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