गरीब बच्चों को निश्शुल्क स्टेशनरी वितरित

सामाजिक संस्था यूथ वीरांगना के तत्वावधान में रविवार को रोडवेज बस डिपो परिसर मे

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:45 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 06:45 PM (IST)
गरीब बच्चों को निश्शुल्क स्टेशनरी वितरित
गरीब बच्चों को निश्शुल्क स्टेशनरी वितरित

मेरठ,जेएनएन। सामाजिक संस्था यूथ वीरांगना के तत्वावधान में रविवार को रोडवेज बस डिपो परिसर में कार्यक्रम आयोजित करके 30 गरीब बच्चों को स्टेशनरी एवं कोर्स का वितरण किया। किताबे पाकर बच्चे गदगद हो गये।

यूथ वीरांगना यूनिट मवाना की इंचार्ज रंजीता ने बताया कि कोविड-19 के युग में लोगों का जीवन अंधकार मय हो गया है और भागदौड़ वाली जिदगी हो गई है। देश में लाकडाउन से समाज की प्रगति थम गई थी। बच्चों की शिक्षा व्यवस्था बेरोजगारी के कारण सुचारू रूप से नही हो पा रही है। वहीं लगभग 11 वर्षों समाज सेवी के कार्यों में लगी इस संस्था की यूथ वीरांगनाएं अंधकारमयी जिंदगी में लोगों के जीवन को प्रकाशमय कर रही हैं। इसी क्रम में आज 30 गरीब बच्चों को स्टेशनरी एवं कक्षा के अनुसार कोर्स का वितरण किया गया है। इस मौके पर टीम प्रमुख राजेश, मंजू, नीतू, संगीता, बबीता, निशा, अंजलि, सीमा आदि मौजूद रहीं।

एएसपी ने थाने का निरीक्षण किया: रविवार को एएसपी विवेक चंद्र यादव ने सरधना थाने का औचक निरीक्षण किया। जहां उन्होंने महिला हेल्प डेस्क, वाहनों की देखरेख, जरनल डायरी व केस डायरी आदि दस्तावेजों की गहनता से जांच की और इंस्पेक्टर बृजेश कुमार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। एएसपी करीब एक घंटा थाने पर रहे और भ्रमण किया।

एसएसपी से पत्नी, भाई व बच्ची की बरामदगी की मांग : फलावदा के गांव खालिदपुर व्यक्ति ने पत्नी, भाई व बच्ची की बरामदगी की मांग को लेकर एसएसपी मेरठ को पत्र भेजा है।

एसएसपी को भेजे पत्र में फलावदा थाना क्षेत्र के ग्राम खालिदपुर निवासी दीपक कुमार पुत्र प्रमोद कुमार ने कहा गया है कि 10 मार्च को उसकी पत्नी मेरे भाई के साथ मोटरसाइकिल पर बच्ची को दवाई दिलवाने के लिए कस्बा फलावदा गई थी, जो आज तक वापस नहीं लौटी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना फलावदा में दर्ज कराई थी। तभी से वह थाने व पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। कोई कार्रवाई नही हुई है। पत्र में दीपक ने पत्नी, भाई और बच्ची को सकुशल बरामद कराने की मांग की है।

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