मुजफ्फरनगर : जान-पहचान में खाता नंबर देना पड़ा भारी, धोखाधड़ी से अर्जित रकम करा दी बैंक में जमा
मुजफ्फरनगर निवासी शारिक ने मुकदमा दर्ज कराया कि मोहल्ले के सलमान से उसकी जान पहचान है। सलमान ने बताया कि उसका चचेरा भाई नासिर निवासी बुढ़ाना उसके पास रुपये भेजेगा लेकिन उसका बैंक में खाता नहीं है। बकौल शारिक उसने अपना खाता नंबर उसे दे दिया।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। एक युवक ने मोहल्ले के ही एक युवक और उसके चचेरे भाई के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। दोनों आरोपित जेल में है।
यह है मामला
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रामपुरी निवासी शारिक ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया कि मोहल्ले के सलमान से उसकी जान पहचान है। सलमान ने बताया कि उसे प्लाट खरीदना है। इसके लिए उसका चचेरा भाई नासिर निवासी बुढ़ाना उसके पास रुपये भेजेगा, लेकिन उसका बैंक में खाता नहीं है।
बकौल शारिक, जान पहचान होने के कारण उसने एचडीएफसी और पंजाब एंड सिंध बैंक का अपना खाता नंबर उसे दे दिया। सलमान ने उसके खाते में लाखों रुपये मंगाए। उसने वह रुपये निकालकर सलमान को दे दिए।
कुछ दिन बाद वह बैंक पहुंचा तो पता चला कि उसके दोनों खाते सीज कर दिए गए हैं। पीडि़त का कहना है कि उसके खाते में उसके अपने 50 हजार रुपये से ज्यादा थे। बैंक में संपर्क किया तो मैनेजर ने बताया कि जम्मू पुलिस के कहने पर दोनों खाते सीज किए गए हैं। उसने जम्मू पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि उसके खाते में धोखाधड़ी से कमाया गया रुपया जमा कराया गया था। इसके चलते खाते सीज किए गए हैं।
शहर कोतवाल आनंददेव मिश्र का कहना है कि शारिक के खाते में धोखाधड़ी से कमाये गए रुपये जमा कराए गए थे। कुछ दिन पूर्व पुलिस ने सलमान और नासिर को एटीएम फ्राड मामले में जेल भेजा था।