Flood Threat: मुजफ्फरनगर और हस्तिनापुर खादर में गंगा उफान पर, मंडराया बाढ़ का खतरा

Flood Threat In Meerut पहाड़ों में बारिश गंग नहर सफाई के लिए बंद होने और हरिद्वार के भीमगोड़ा से गंगा में छोड़ा जा रहा है लाखों क्यूसेक पानी। बिजनौर और मीरापुर बैराज के गेट फ्री किए संपर्क मार्गों में पहुंचा पानी।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:00 AM (IST)
Flood Threat: मुजफ्फरनगर और हस्तिनापुर खादर में गंगा उफान पर, मंडराया बाढ़ का खतरा
मुजफ्फरनगर और हस्तिनापुर खादर में गंगा उफान पर।

मेरठ, जेएनएन। मैदानी क्षेत्र में दो दिन के बाद बारिश थम गई है, लेकिन पहाड़ों में बारिश, गंग नहर सफाई के लिए बंद होने और हरिद्वार के भीमगोड़ा बांध से गंगा में छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी के कारण बिजनौर, मुजफ्फरनगर और हस्तिनापुर खादर में गंगा उफान पर है और बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। कई संपर्क मार्गों पर पानी भर गया है। रपटों पर भी पानी बह रहा है।

सोमवार को लाखों क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने के बाद मंगलवार रात आठ बजे फिर भीमगोड़ा बांध से 3.67 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। इसकी वजह से बिजनौर में गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। खादर क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है। लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। सोमवार रात खो नदी का जलस्तर बढऩे से नंदगांव के पास बने बंधे तक पानी पहुंच गया। कालागढ़ में रामगंगा बांध की झील के कैचमेंट एरिया में जलभराव हो गया है। बांध प्रशासन ने बिजनौर समेत सात जिलों को अलर्ट कर दिया है। बिजनौर बैराज के सभी गेट फ्री कर देने से मुजफ्फरनगर के रामराज खादर क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

गंगा का पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। सिंचाई विभाग ने बैराज के सभी गेट खोल दिए हैं। प्रशासन ने एक दर्जन गांवों मे अलर्ट जारी कर बाढ़ चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी है। शाम सात बजे गंगा में 3.28 लाख क्यूसेक जल निस्तारण की माप दर्ज की गई। पीछे से आ रहे पानी के कारण अभी जलस्तर और बढ़ सकता है। हरिद्वार से लाखों क्यूसेक पानी छोडऩे के चलते अभी जलस्तर और बढऩे की संभावना है। एडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार ने गंगा बैराज पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। कर्मचारियों को गांवों में मुनादी कराने के निर्देश दिए। कई गांवों के संपर्क मार्गों और खेतों में पानी भर गया है। धान की फसल को भी काफी नुकसान हो रहा है। लोगों को आने जाने में दिक्कत हो रही है। हस्तिनापुर में भी गंगा का जलस्तर बढऩे से कई गांवों के संपर्क मार्गों पर पानी पहुंचने लगा है। यहां भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। डीएम के बालाजी ने मंगलवार को शोरपुर, नई बस्ती, हंसापुर परसापुर आदि गांवों में पहुंचे और हालात का जायजा लिया। डीएम ने ङ्क्षसचाई विभाग के अधिकारियों को तटबंधों पर नजर रखने और मुस्तैद रहने के निर्देश दिए। बुलंदशहर के नरौरा में भी गंगा का जलस्तर बढऩे लगा है।

chat bot
आपका साथी