बाढ़ के हालात, लतीफपुर व किशनपुर के ग्रामीणों ने मांगी मदद
हरिद्वार से छोड़े गए चार लाख क्यूसेक पानी से हस्तिनापुर में बाढ़ के हालात अभी भ
मेरठ,जेएनएन। हरिद्वार से छोड़े गए चार लाख क्यूसेक पानी से हस्तिनापुर में बाढ़ के हालात अभी भी बने हुए हैं। मंगलवार को लतीफपुर व किशनपुर गांव के ग्रामीण एसडीएम से मिले और गांव पानी से घिरा होने से आवागमन बाधित हो गया। वहीं, जलमग्न गन्ने, धान, चारे की फसल नष्ट होने के कगार पर है।
लतीफपुर प्रधान दिलदार सिंह के नेतृत्व में दोनों गांवों के ग्रामीण तहसील पहुंचे और एसडीएम कमलेश गोयल से मिलकर बताया कि लतीफपुर के पास से एक रोड पुल के माध्यम से होकर चांदपुर को जोड़ने का काम करती है। यहां पानी जमा हो गया और दोनों गांव पानी से घिरे हुए हैं। खेत जलमग्न होने से फसलें नष्ट हो गई हैं। अगर पानी नहीं निकलता है तो आने वाली फसलों को भी किसान नहीं बो पाएगा। वहीं, जमा पानी से बीमारियां फैलने का भी खतरा बना हुआ है। वहीं, पानी निकासी को बड़े पुल का निर्माण कराया जाए।
स्कूल परिसर में भरा पानी
कोरोना काल के चलते यूं तो अभी स्कूल बंद हैं लेकिन तटबंध टूटने के बाद लतीफपुर गांव में प्राथमिक व जूनियर स्कूल में कई-कई फीट पानी भर गया। इन्होंने कहा..
सिचाई विभाग द्वारा तटबंध को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। जलस्तर में कमी आई है। जल्द ही समस्या से निजात मिलेगी। फसलों के नुकसान के लिए सर्वे कराया जाएगा।
कमलेश गोयल
एसडीएम मवाना।
दूसरे दिन मवाना ब्लाक में 740 लोगों को लगे टीके: कोरोना महामारी की तीसरी लहर शुरू होने को लेकर शासनादेश पर कोविड से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन चल रहा है। एक जुलाई से घर घर जाकर टीकाकरण किया जाएगा, लेकिन इससे पूर्व सीएचसी की ओर से दो दिवसीय विशेष कैंप लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। मंगलवार को दूसरे दिन मवाना नगर व देहात में कैंप लगाकर 18 से 45 वर्ष तक की आयु वाले 740 लोगों को वैक्सीन के टीके लगाये गये।
सीएचसी प्रभारी डा.सतीश भास्कर ने बताया कि शासन आदेश के अनुपालन में एक जुलाई से घर-घर जाकर वैक्सीनेशन का महाअभियान शुरू होगा। जिसको लेकर सीएचसी स्तर पर लगभग तैयारी चल रही है।