पांच इलाके संवेदनशील, यहां नियम न माने तो होगी सख्ती: डीएम
डीएम के बालाजी ने कहा कि शहर में पांच थाना क्षेत्र कोरोना संक्रमण को लेकर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों का दौरा कया।
मेरठ,जेएनएन। डीएम के बालाजी ने कहा कि शहर में पांच थाना क्षेत्र कोरोना संक्रमण को लेकर अति संवेदनशील श्रेणी में शामिल हैं। यहां की जनता को कोरोना से बचाव के लिए नियमों का स्वेच्छा से पालन करना होगा। यदि जनता नियमों का पालन नहीं करेगी तो प्रशासन को सख्ती करनी होगी।
रविवार को डीएम ने अति संवेदनशील राजेंद्र नगर का निरीक्षण कर वहां कांटेक्ट ट्रेसिग में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्यों से बात की। साथ ही राजेंद्र नगर नगरीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से सटी आवास विकास की बिल्डिग का निरीक्षण करके वहां नया कोरोना टीकाकरण केंद्र खोलने का निर्देश दिया।
डीएम के बालाजी ने बताया कि शहर में नौचंदी, टीपीनगर, सिविल लाइन, पल्लवपुरम और मेडिकल कुल पांच थानाक्षेत्र कोरोना संक्रमण को लेकर अति संवेदनशील श्रेणी में हैं। 90 फीसद मरीज इन क्षेत्रों में ही मिल रहे हैं। इन क्षेत्रों की जनता से उन्होंने कोविड प्रोटोकाल का स्वेच्छा से पालन करने की अपील की। जनता यदि नियमों का पालन करेगी तो यहां संक्रमण की दर कम हो जाएगी। डीएम ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से आवास विकास की बिल्डिग में खुलने वाला टीकाकरण केंद्र पर मंगलवार से काम शुरू हो जाएगा।
मेडिकल में 231 मरीज, दस की मौत : कोरोना का कहर जारी है। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में जहा मरीजों की संख्या दो सौ से ज्यादा बनी हुई है, वहीं पिछले 24 घटे में 60 मरीज भर्ती कराए गए हैं। दस मरीजों की कोरोना से मौत हो गई है। इसमें आठ मेरठ के और दो अन्य जिलों के मरीज हैं। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने चिकित्सकों के साथ आपात बैठक करते हुए स्थिति की समीक्षा की है। वरिष्ठ चिकित्सकों की कोरोना वार्ड में डयूटी लगाई जाएगी। कोविड वार्ड प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि 110 मरीज आइसोलेशन में, जबकि 94 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। मरीजों की संख्या ज्यादा होने की वजह से 25 बेडों की नई आइसीयृू शुरू की गई है। बड़ी संख्या में मरीजों को बाईपैप, हाई फ्लो नेलज कैनुला एवं आक्सीजन और दर्जनभर मरीजों को वेंटीलेटर पर रखना पड़ा है। रविवार को कोविड वार्ड के सामने एंबुलेंसों की कतार नजर आई। अस्पताल के डाक्टरों ने माना कि ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात कभी नहीं आए थे। कैंपस में बड़ी संख्या में मरीजों के स्वजन भटकते नजर आए। उधर, एनसीआर मेडिकल कालेज में मरीजों की संख्या 76 तक पहुंच गई है।