कलक्ट्रेट पर पहुंचे व्यापारियों की मांग, रोस्टर प्रणाली तुरंत खत्म करें, अब दोनों तरफ का खोला जाए बाजार Meerut News
पश्चिम उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल ने जिले के बाजारों को पूर्ण रूप से खोलने की मांग की। मांग को लेकर सोमवार को सुबह कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डीएम को दिया।
मेरठ, जेएनएन। पश्चिम उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल ने जिले के बाजारों को पूर्ण रूप से खोलने की मांग की। साथ ही अपनी मांग को लेकर सोमवार को सुबह कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डीएम को दिया। प्रदेश अध्यक्ष पंडित आशु शर्मा के नेतृत्व में व्यापार मंडल के पदाधिकारी व सदस्य सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचे। उनका कहना था कि पिछले चार माह से कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित व्यापारी समाज हुआ है। तीन महीने तक बाजार बंद रहे।
यह है व्यापारियों की मांग
अनलॉक के बाद व्यापारियों को उम्मीद थी कि सरकार व्यापारियों की समस्याओं को देखते हुए पूर्ण रूप से बाजार खोलने का आदेश करेगी, परंतु जिला प्रशासन ने रोस्टर लागू कर एक दिन दाएं व एक दिन बाएं के चक्कर में व्यापारियों को कोई राहत नहीं दी है। इस कारण पूरे महीने में मात्र 12 दिन ही व्यापारी की दुकान खुल पा रही है, इसमें जो व्यापारी किराए की दुकान चलाते हैं, उनकी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। पूरे माह का किराया, लेबर की तनख्वाह, बिजली का बिल तथा तमाम खर्चा व्यापारियों के ऊपर देनदारी का बढ़ रहा है। वहीं, जो व्यापारी हलवाई की दुकान तथा रेस्टोरेंट आदि चला रहे हैं। रोस्टर प्रणाली के चलते व्यापारी बर्बादी के कगार पर है। एक दिन बंद और एक दिन खोलने से उनका माल खराब हो रहा है, जिसका नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ता है। सरकार ने किसी भी प्रकार की मदद व्यापारियों की नहीं की है। यह स्थिति तब है, जब तमाम देनदारी व्यापारी के ऊपर हैं।
कोई छूट नहीं मिलने से व्यापारी नाराज
सरकार ने बैंक लोन व लिमिट में कोई राहत नहीं दी है। बिजली के बिलों में भी कोई छूट नहीं दी गई है। बच्चों की स्कूल फीस भी व्यापारी को भरनी है। उनका कहना है कि व्यापारी अपने रोजमर्रा के खर्च भी नहीं निकाल पा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया। साथ ही रोस्टर प्रणाली को समाप्त कर तुरंत दोनों तरफ के बाजार खोलने की मांग की। अध्यक्ष आशु शर्मा ने कहा कि अगर व्यापारियों की समस्याओं को अनदेखा किया गया तो संगठन आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा।
यह रहे शामिल
ज्ञापन व प्रदर्शन में मुख्य रूप से सरदार मंजीत सिंह कोछड, धर्मेंद्र मलिक, विजय राठी, चौधरी सरदार गाजी, बुंदू खा अंसारी, नीरज कौशिक, संजय शर्मा, विजय ओबरॉय, संजय त्यागी, हिमांशु अग्रवाल, रचित गुलाटी, हाजी शारीक, विपिन जोशी, मंसूर भाई, सौरभ कौशिक, हाजी अब्बास, हाजी तुफैल, गुलशन मेहरा, दिनेश राणा, अरविंद शर्मा, लोकेश चंद्रा, अमित कपूर, श्याम परुथी, अमित जैन, अभि जैन, भावेश शर्मा, व संदीप चौधरी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।