स्टेरायड बेचने के चक्कर में स्टेडियम में भिड़े 'गुरु-शिष्य' वेटलिफ्टिंग कोच, यह है पूरा मामला

कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बने जिम के भीतर संचालित वेटलिफ्टिंग यानी भारोत्तोलन प्रशिक्षण में स्टेरायड बेचने का आरोप लगाते हुए भारोत्तोलन के पुराने गुरु-शिष्य आपस में भिड़ गए। एक दूसरे को जान से मारने की धमकी दी और एक पक्ष ने लाइसेंसी रिवाल्वर भी स्टेडियम में मंगा ली।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:16 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:16 PM (IST)
स्टेरायड बेचने के चक्कर में स्टेडियम में भिड़े 'गुरु-शिष्य' वेटलिफ्टिंग कोच, यह है पूरा मामला
मेरठ में स्टेरायड बेचने को लेकर लड़ाई।

मेरठ, जेएनएन। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बने जिम के भीतर संचालित वेटलिफ्टिंग यानी भारोत्तोलन प्रशिक्षण में स्टेरायड बेचने का आरोप लगाते हुए भारोत्तोलन के पुराने 'गुरु-शिष्य' आपस में भिड़ गए। एक दूसरे को जान से मारने की धमकी तक दे डाली और एक पक्ष ने लाइसेंसी रिवाल्वर भी स्टेडियम में मंगा ली। बीच-बचाव करने पहुंचे क्षेत्रीय अधिकारी और वेट लिफ्टिंग संघ के सचिव ने दोनों पक्षों को अलग कर दूर भेजा और दोनों पर कार्रवाई की तैयारी भी कर रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को सख्त हिदायत देकर अलग कर दिया। हालांकि अभी तक किसी भी पक्ष ने पुलिस से लिखित शिकायत नहीं की है।

यह है मामला

स्टेडियम में वर्तमान में वेटलिफ्टिंग का कोई कोच नियुक्त नहीं है। इसलिए जिला खेल एवं प्रोत्साहन समिति के अंतर्गत पुराने वेटलिफ्टिंग कोच संदीप तोमर को खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया गया है। वेटलिफ्टिंग के काफी पुराने और वरिष्ठ कोच रहे सत्यप्रकाश भी स्टेडियम आते जाते रहते हैं और खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते हैं। बुधवार सुबह भी यही सिलसिला चल रहा था, कि अचानक सत्य प्रकाश और संदीप तोमर में किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई। मामला उनका निजी था और स्टेडियम के बाहर का भी था लेकिन झगड़ा शुरू हुआ तो खिलाड़ियों को एस्ट्राइड देने का आरोप दोनों पक्षों ने लगाया। धक्का-मुक्की के बीच सत्यप्रकाश ने संदीप तोमर को थप्पड़ जड़ दिए। इस पर संदीप ने भी जान से मारने की धमकी दी तो सत्य प्रकाश ने अपने घर से लाइसेंसी रिवाल्वर मंगा लिया। शोर सुनकर क्षेत्रीय अधिकारी गदाधर बारीकी जिम्नेशियम में पहुंचे और दोनों पक्षों को कार्यालय ले गए। मौके पर ही जिला वेटलिफ्टिंग संघ के सचिव अमरनाथ त्यागी भी मौजूद थे।

संदीप तोमर का कहना है कि वह कोच के तौर पर नियुक्त हैं और खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते हैं लेकिन सत्य प्रकाश बिना किसी नियुक्ति के रोज स्टेडियम में आते हैं और खिलाड़ियों को बहला-फुसलाकर एस्ट्राइड बेचने का काम करते हैं। वही सत्य प्रकाश का कहना है कि संदीप प्रशिक्षण कम कराते हैं और खिलाड़ियों को एस्ट्राइड ज्यादा बेचते हैं। वह खिलाड़ियों को सही मार्गदर्शन देने के लिए स्टेडियम में जाते हैं, जिससे वह स्ट्राइड का इस्तेमाल न करें। क्षेत्रीय अधिकारी गदाधर बारीकी ने बताया यह मामला दो लोगों के बीच का था जो पूर्व में गुरु शिष्य भी रहे हैं। खिलाड़ियों से कोई झमेला नहीं हुआ। हालांकि उन्होंने माना कि स्टेडियम में सत्यप्रकाश ने पिस्तौल मंगाई थी जिसके लिए उन्हें चेतावनी दी गई है। वहीं वेटलिफ्टिंग संघ के सचिव अमरनाथ त्यागी ने कहा कि स्टेडियम में ऐसी घटना अनुचित है। दोनों पक्ष निजी झगड़े को वहां तक ले गए लेकिन जब दोनों पक्ष एक दूसरे पर एस्ट्राइड बेचने का आरोप लगा रहे हैं तो इसकी जांच कर अविलंब दोनों को संघ की ओर से प्रतिबंधित किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि मामले की लिखित शिकायत मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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