गुलावठी थाना प्रभारी पर महिला सिपाही ने लगाया छेड़छाड़ का आरोप
महिला सिपाही ने लगाए गुलावठी थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप। इंस्पेक्टर बोले थाने से महिला थाने में ट्रांसफर कराया तो लगाए आरोप। महिला सिपाही की शिकायत पर एसएसपी ने विशाखा समिति को दी जांच। कई बार महिला सिपाही ने विरोध भी किया और चेतावनी भी दी
बुलंदशहर, जेएनएन। महिला थाने में तैनात एक महिला सिपाही ने गुलावठी थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि इंस्पेक्टर उनके साथ छेड़छाड़ करते थे। विरोध करने पर ट्रांसफर कराने की धमकी देते थे। पीड़िता ने एसएसपी संतोष कुमार सिंह को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, एसएसपी ने मामले की जांच विशाखा समिति को सौंपी है।
यह है मामला
दरअसल, महिला थाने में तैनात एक महिला सिपाही जुलाई 2017 से जुलाई 2020 तक गुलावठी थाने पर तैनात थी। महिला सिपाही का कहना है कि गुलावठी थाना प्रभारी सचिन मलिक की तैनाती फरवरी 2020 में हुई। उसी समय से सचिन मलिक ने उसके साथ अश्लील बातें करनी शुरू कर दी। कई बार महिला सिपाही ने विरोध भी किया और चेतावनी भी दी, लेकिन आरोप है कि वह नहीं माने। थाना प्रभारी अपनी बात मनवाने का दबाव बनाते थे। यदि वह उनकी बात नहीं मानती थी तो पीड़िता को को ट्रांसफर कराने एवं अन्य नुकसान करने की धमकी दी जाती थी। एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में यह भी आरोप है कि कई बार थाना प्रभारी ने उसके साथ स्टाफ के सामने भी बदतमीजी की।
यह बोले थाना प्रभारी सचिन मलिक
गुलावठी थाना प्रभारी सचिन मलिक का कहना है कि महिला सिपाही का गुलावठी निवासी 8एक जिम संचालक के साथ अफेयर है। महिला सिपाही को कई बार रोका गया और बताया गया कि थाना पुलिस की कस्बे में बदनामी हो रही है। वह ऐसा न करें। जिसके बाद एसएसपी समेत अन्य उच्चाधिकारियों को महिला सिपाही के बारे में बताया गया और अनुरोध किया गया कि उसका यहां से ट्रांसफर कर दिया जाए। कुछ दिन पहले जिम संचालक ने एक युवक के साथ मारपीट की। युवक की तरफ से मुकदमा दर्ज करके जिम संचालक को जेल भेजा गया। उस समय महिला सिपाही ने जिम संचालक को छोड़ने की सिफारिश की थी, जो नहीं मानी गई। इसी कारण महिला सिपाही ने यह झूठे आरोप लगाए हैं। कुछ दिन पहले महिला सिपाही का ट्रांसफर हो गया तो वह और रंजिश रखने लगी।गुलावठी थाना प्रभारी के खिलाफ किसी के माध्यम से मेरे पास शिकायत पहुंची है। सिपाही ने खुद पेश होकर शिकायत नहीं दी है। बावजूद इसके मैंने इसकी जांच विशाखा समिति को दी है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- संतोष कुमार सिंह, एसएसपी