चार बदमाशों से चार मिनट तक जूझे पिता-पुत्र

भगत ज्वेलर्स पर बदमाशों ने चार मिनट में वारदात को अंजाम दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Sep 2020 10:00 AM (IST) Updated:Wed, 09 Sep 2020 10:00 AM (IST)
चार बदमाशों से चार मिनट तक जूझे पिता-पुत्र
चार बदमाशों से चार मिनट तक जूझे पिता-पुत्र

जेएनएन, मेरठ। भगत ज्वेलर्स पर बदमाशों ने चार मिनट में वारदात को अंजाम दिया। बदमाश दुकान में 12.40 बजे घुसे थे। लूटपाट और हत्या करने के बाद 12.44 पर भाग गए। यानी चार मिनट तक सतीश जैन और अमन जैन बदमाशों से जूझते रहे। सतीश ने बताया कि बेटे पर बदमाश ने तमंचा ताना तो वे उसे रोकने लगे। तभी तमंचे से गोली चला दी। इसके बाद उन्होंने बदमाश को मारने के लिए पत्थर उठाया। तब एक बदमाश ने तमंचे की बट मारकर घायल कर दिया। गोली की आवाज पर आसपास के लोग और महिलाएं घरों से निकलकर बाहर आई। इसके बाद बदमाशों ने लोगों को डराने के लिए शोरूम के बाहर हवाई फायरिग भी की।

सब दिखाते हौसला तो हत्या होती न लूट

सतीश जैन ने बदमाशों को देखते ही सेफ खोल दिया था। बोले, जो चाहे ले जाओ। बदमाश लूटपाट करने के बाद चल भी दिए थे। तभी बेटे अमन जैन ने हिम्मत दिखाई और एक बदमाश को दबोच लिया। काश! उस समय लोग भी हिम्मत दिखाते तो शायद अमन की जान बचाई जा सकती थी। लोग तब दौड़े, जब बदमाश अमन को गोली मार चुके थे। बदमाशों के फायरिग करने पर लोगों के कदम रुक गए। बदमाशों के जाने के बाद कुछ दुकानदारों ने गली के बाहर तक पीछा जरूर किया।

सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगा दी शहरभर की पुलिस

लूट और हत्या के बाद नौचंदी, लिसाड़ी गेट, कोतवाली, सिविल लाइन और क्राइम ब्रांच तथा फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गयी थी। सभी पुलिसकर्मियों को जागृति विहार सेक्टर दो में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की तलाश में लगा दिया है। माना जा रहा है कि पुलिस को बाइक के नंबर भी मिल गए हैं, जिसको आधार बनाकर बदमाशों की तलाश की जा रही है। बदमाशों की उम्र 25 से 30 साल बताई गई है।

जागृति विहार में 11 बजे आ गए थे बदमाश

बदमाश सुबह 11 बजे ही जागृति विहार के सेक्टर दो में आ गए थे। उन्होंने भागमल ज्वेलर्स के सामने से दो चक्कर लगाए। उसके बाद काफी देर तक शोरूम से कुछ दूरी पर खड़े होकर रेकी कर रहे थे। मानो बदमाश अमन जैन के घर में जाने का इंतजार कर रहे थे। दरअसल, अमन की मां सुनीता जैन बीमार हैं। अमन की शादी नहीं हुई थी। इसलिए रोजाना पिता को कुछ समय शोरूम पर बैठाने के बाद अमन ही खाना बनाता था। सतीश जैन का कहना है कि ज्यादातर ग्राहक महिलाएं हैं, अचानक ही एक साथ चार युवकों के अंदर प्रवेश करने पर ही शक तो हो गया था, लेकिन बदमाशों ने संभलने का कोई मौका तक नहीं दिया।

काफी समय से नहीं दिखी पुलिस की गश्त

सरेबाजार लूट और हत्या की वारदात पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े कर रही है। व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने काफी समय से बाजार में पुलिस की जीप या फैंटम पर गश्त नहीं देखी है। पुलिस की इसी लापरवाही से बदमाश भी बेखौफ रहे होंगे। इसीलिए अमन जैन को गोली मारने के बाद भी बदमाश हवाई फायरिग करते रहे। इसके बाद दोनों बाइक पर बदमाश अलग दिशा में फरार हो गए।

दूसरे थाना प्रभारी पहुंचे, लेकिन साहब यहां भी लेट

दिनदहाड़े दुस्साहसिक वारदात के बाद भी मेडिकल थाना प्रभारी का बेपरवाह रवैया कायम रहा। लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वारदात की सूचना फ्लैश होने के बाद मेडिकल थाना प्रभारी से पहले नौचंदी थाना प्रभारी मौके पर पहुंच गए। इससे काफी समय बाद मेडिकल थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। यही नहीं शुरुआत में तो एसओ ने लूट के बाद हत्या की वारदात को ही नकार दिया था। दरअसल, जागृति विहार और शास्त्रीनगर में फायरिग की घटनाएं आम हो गई हैं और पुलिस इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। यही कारण है कि पुलिस पर व्यापारियों का गुस्सा फूटा।

अफसरों को भी गुमराह करते रहे एसओ

वारदात के बाद एसओ मेडिकल कुलवीर सिंह मीडिया के साथ-साथ अफसरों को भी गुमराह करते रहे। दरअसल, सीओ पूनम सिरोही की ड्यूटी कप्तान ऑफिस पर शिकायत सुनने में लगाई गयी थी। एसओ मेडिकल उन्हें अंत तक फायरिग की मामूली घटना बताते रहे। एसपी सिटी से भी यही कहा गया। यही कारण है कि वारदात के काफी देर बाद सीओ व एसपी सिटी मौके पर पहुंचे। यदि समय से अफसरों को सूचना मिलती तो शहर में चेकिग अभियान चलाकर बदमाशों को घेरा जा सकता था। बदमाशों के एल-ब्लॉक चौकी से हापुड़ की तरफ से जाने की बात सामने आ रही है।

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