सहारनपुर के बडगांव में गेंहू तौल कराने को लेकर किसानों का धरना आज पांचवे दिन भी जारी

किसान संघ के ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र राणा आज भूख हड़ताल शुरू कर दी है। कल देर शाम तहसील दार रामपुर ने वार्ता कर सोमवार से गेंहू क्रय केन्द्र चालू कराने का आशवासन दिया था तो कल धरना सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया था।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:32 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 06:32 PM (IST)
सहारनपुर के बडगांव में गेंहू तौल कराने को लेकर किसानों का धरना आज पांचवे दिन भी जारी
सहारनपुर में गेंहू तौल कराने को लेकर किसानों का धरना।

सहारनपुर, जेएनएन। गेंहू तौल कराने को लेकर किसानों का धरना आज पांचवे दिन भी जारी। किसान संघ के ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र राणा आज भूख हड़ताल शुरू कर दी है। कल देर शाम तहसील दार रामपुर ने वार्ता कर सोमवार से गेंहू क्रय केन्द्र चालू कराने का आशवासन दिया था तो कल धरनारत रहे भारतीय किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष अजबसिंह ने धरना सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया था। आज धरनारत किसानों का कहना है कि सोमवार को तौल चालू होने के बाद ही भूख हड़ताल समाप्त की जायेगी।

गेंहू खरीद को 15 जून के बाद समय बढ़ाकर 22 जून करने के बाद से सहकारी समिति मियानगी स्थित क्रय केन्द्र पर किसानों का एक दाना भी गेंहू खरीद नही की गई है। किसानों का कहना है कि क्रय केन्द्र प्रभारी ने 28 जून के जारी टोकन वाले किसानों को टरकाते रहे और दूसरे किसानों के जून माह के टोकन के गेंहू सांठगांठ करके खरीद लिये। किसान बारह दिनों से गेंहू से भरे वाहनों की लाईन लगाये खडे हैं। पांच दिन से चल रहे धरना प्रदर्शन के बीच शनिवार को भारतीय किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष अजबसिंह धरने शामिल हुए थे। मामला दो दो विधायकों व पूर्व सांसद तक पंहुचा तो शनिवार को देर शाम तहसील दार रामपुर ने धरनास्थल पंहुकर किसानों से वार्ता की।

किसान नेता अजबसिंह के अनुसार तहसील दार रामपुर ने सोमवार में गेंहू क्रय केन्द्र चलवाने का आशवासन दिया था। इसलिए धरना सोमवार को क्रय केन्द्र चालू होने तक को स्थगित किया गया है। उधर भारतीय किसान संघ के ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र राणा ने किसानों के साथ आज से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उनका कहना है कि यदि सोमवार में गेंहू खरीद की गई तो वे अपना आंदोलन वापस लेंगे नही तो भूख हड़ताल जारी रहेगी। आज भी धरना स्थल पर रेडा, शब्बीरपुर, चंदपुर, मियानगी, सिरसली आदि गांवो के पीड़ित किसान मौजूद रहे।

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