कृषि कानूनों के विरोध में किसान ने फसल जोती
गाजीपुर बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिये जाने से नाराज क्षेत्र के गांव मोड़ कला के किसान ने सरसो की खड़ी फसल जोत दी।
मेरठ, जेएनएन। गाजीपुर बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिये जाने से नाराज क्षेत्र के गांव मोड़ कला के किसान ने सरसो की खड़ी फसल जोत दी।
मंगलवार को मोड़ कला के किसान संजय पुत्र हरपाल ने अपनी सरसो की फसल को ट्रैक्टर से जोत डाला। संजय व अन्य ग्रामीणों का कहना था कि केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिए हैं जिससे आक्रोशित होकर वह अपना खेत जोत रहे हैं। संजय ने कहा कि वह अपने खाने लायक को छोड़कर बाकी किसी को बेचने के लिए सरसों की फसल तैयार नहीं करेगा।
कृषि कानून वापसी तक जारी रहेगा धरना : तीनों कृषि कानून के विरोध में मंगलवार को करनावल कस्बे में बैठक का आयोजन हुआ। इस दौरान भाकियू के जिला महासचिव राजकुमार करनावल ने कहा कि तीन कृषि कानून के वापस न होने के साथ-साथ गन्ना समर्थन मूल्य निर्धारित होने तक किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने किसान को एकजुट होकर धरने को सफल बनाने का आह्वान किया। बैठक का संचालन रामपाल ने किया। इस मौके पर लोकेश, रुपेश, इंद्रपाल सिंह, कृष्णपाल, बाबूराम आदि मौजूद रहे।
निलोहा में किसानों की सभा आज, योगेंद्र यादव आएंगे: कृषि कानून समेत किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय किसान संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में सभा आयोजित की जाएगी। जिसे संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य योगेंद्र यादव संबोधित करेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए संगठन के मेरठ मंडल संयोजक मानवेंद्र वर्मा ने बताया कि बुधवार को गांव निलोहा में मोर्चा की ओर से किसानों की सभा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कृषि कानून समेत किसानों के विभिन्न मुद्दे उठाए जाएंगे। सभा में राष्ट्रीय किसान संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य योगेंद्र यादव बतौर मुख्य अतिथि भाग ले रहे हैं। दोपहर को सभा के बाद पत्रकार वार्ता का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अधिक संख्या में पहुंचकर सभा को सफल बनाने का आह्वान किया।