नामी खेल कंपनी का नकली माल बरामद, आरोपित गिरफ्तार

एसजी कंपनी की नकली बाल बनाने वाले फैक्ट्री मालिक को गुरुग्राम से आई टीम ने धर दबोचा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:00 AM (IST)
नामी खेल कंपनी का नकली माल बरामद, आरोपित गिरफ्तार
नामी खेल कंपनी का नकली माल बरामद, आरोपित गिरफ्तार

मेरठ, जेएनएन। एसजी कंपनी की नकली बाल बनाने वाले फैक्ट्री मालिक को गुरुग्राम से आई टीम ने धर दबोचा। टीम को मौके से करीब पांच लाख का माल भी बरामद हुआ है। कंपनी के सदस्य करीब दो माह से उस पर नजर रखे हुए थे। पैकिग के लिए डिब्बे वह किसी दूसरे से बनवा रहा था। पुलिस के अनुसार आसपास के जिलों के अलावा अन्य प्रदेशों में भी माल की सप्लाई हो रही थी। ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि काफी समय से एसजी की बाल नकली बनाए जाने की सूचना मिल रही थी। नकली माल को आनलाइन भी बेचा जा रहा था। टीम पड़ताल में लगी तो कंकरखेड़ा निवासी व्यक्ति के बारे में पता चला। टीम के सदस्य दो माह से उस पर नजर रखे हुए थे। सोमवार को आरोपित करीब पांच लाख रुपये के माल को बाहर भेजने के लिए टीपीनगर पहुंचा। इस दौरान टीम ने पुलिस की मदद से उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम निर्मल सिंह निवासी कंकरखेड़ा बताया। उसकी एमएन स्पो‌र्ट्स नाम से फैक्ट्री भी है। कई साल से वह ब्रांडेड कंपनी का नकली माल बनाकर बेच रहा है। गेंद रखने के लिए डिब्बे गंगानगर निवासी एक व्यक्ति से बनवाता रहा है। उसकी जानकारी पुलिस को दे दी है। उसकी गिरफ्तारी का भी प्रयास किया जा रहा है। आसपास के जिलों के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, हैदराबाद, केरल, कोलकाता, महाराष्ट्र आदि में भी वह माल की सप्लाई कर रहा था।

सूरजकुंड मार्केट में भी बेचता था माल

धीरेंद्र सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह बाहर के साथ ही शहर में भी गेंद बेच रहा था, लेकिन यहां सप्लाई बहुत कम थी। पकड़े जाने के डर से वह माल की बाहर ही अधिक सप्लाई करता था। साथ ही आनलाइन भी वह माल बेच रहा था।

इन्होंने कहा...

नकली सामग्री तैयार करने वाले लोग खेल उद्योग की छवि को खराब कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

अंबर आनंद, नेल्को स्पो‌र्ट्स

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नकली खेल सामान तैयार करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं हो पाती है। इसके पीछे तमाम कारण हैं। फर्जीवाड़े के मामले कई बार पकड़े जा चुके हैं। सरकार को इस संबंध में सख्त कदम उठाने होंगे।

अनिल सरीन, एसएफ स्पो‌र्ट्स

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