फर्जी सिपाही प्रकरण: गांव में पुलिस की वर्दी पहनकर आता था सुनील उर्फ सनी, फर्जीवाड़े के राजफाश से ग्रामीण सकते में

मुरादाबाद की पीआरवी वाहन संख्या-0281 पर तैनात फर्जी सिपाही सुनील कुमार उर्फ सनी गांव में पुलिस की वर्दी पहन कर आता था। फर्जीवाड़े का राजफाश होने पर सकते में पड़ गए ग्रामीण। पांच साल से पुलिस का रौब दिखाकर कर रहा था मौज।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:51 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:51 PM (IST)
फर्जी सिपाही प्रकरण: गांव में पुलिस की वर्दी पहनकर आता था सुनील उर्फ सनी, फर्जीवाड़े के राजफाश से ग्रामीण सकते में
मुरादाबाद की पीआरवी वाहन संख्या-0281 पर तैनात फर्जी सिपाही सुनील कुमार उर्फ सनी।

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मुरादाबाद की पीआरवी वाहन संख्या-0281 पर तैनात फर्जी सिपाही सुनील कुमार उर्फ सनी गांव में पुलिस की वर्दी पहन कर आता था। पिछले पांच वर्ष से वह पुलिस का रौब दिखाकर मौज कर रहा था। फर्जीवाड़े से नौकरी करने का राजफाश होने पर ग्रामीण भी सकते में हैं। वहीं, उसके जीजा के गांव दाहौड़ में लोग नौकरी का खेल पकड़े जाने पर हैरान है। मुरादाबाद पुलिस ने दोनों के गांव में दबिश देकर स्वजन से पूछताछ की है।

यह है मामला

थाना क्षेत्र के गांव गंगधाड़ी का रहने वाले सुनील उर्फ सनी की बहन का विवाह दाहौड़ निवासी अनिल कुमार से हुआ है। अनिल की पूर्व में मायावती सरकार में पुलिस की नौकरी लगी थी। शुरुआत में नौकरी करने के बाद उसका तबादला हुआ तो मन उखड़ने लगा। इस बीच पांच वर्ष पूर्व उसने शिक्षा विभाग में अध्यापक के लिए तैयारी कर दी। हालांकि उसके शिक्षा विभाग में नौकरी करने की पुष्टि नहीं है। विभागीय नोटिफिकेशन पर उसने पुलिस की नौकरी से किनारा कर लिया। अपने स्थान पर साले सुनील कुमार उर्फ सनी को मुरादाबाद पीआरवी में तैनात करा दिया। पिछले पांच वर्ष से सुनील पुलिस की नौकरी से मौज कर रहा था। सुनील के तीन भाई और दो बहने हैं। पिता की मृत्यु हो चुकी है। मुरादाबाद से जब भी वह गांव आता तो पुलिस की वर्दी पहनकर आता था। बाइक पर घूमना और मौज मस्ती से समय गुजार वह लौट जाता था।

पुलिस को देख दंग रह गए स्वजन

फर्जीवाड़े का राजफाश होने पर मुरादाबाद पुलिस ने गंगधाड़ी और दाहौड़ में दबिश दी। दाहौड़ में आरोपित सुनील के जीजा अनिल के घर पुलिस पहुंची तो स्वजन दंग रह गए। पुलिस ने सभी तथ्यों की पड़ताल की है। बताते हैं कि अधिकांश समय अनिल गांव में रहता था। उसने स्वयं को शिक्षा विभाग में नौकरी की तैयारी करना बता रखा था। हाल ही में उसके पिता पंजाब प्रांत से रेलवे बोर्ड में सिग्नल विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। परिवार में दो भाई हैं।

इन्‍होंने बताया...

मुरादाबाद पुलिस आई थी, लेकिन वह थाने पर नहीं पहुंची है। दाहौड़ में दबिश देकर गई है। फर्जी सिपाही बनकर नौकरी करने का मामला पता चला है। मामले में मुरादाबाद पुलिस जो सहयोग मांगेगी, वह किया जाएगा।

-यशपाल सिंह, इंस्पेक्टर खतौली थाना।

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