सास-बहू के जनाजे देख नम हो गई हर एक की आंखें
मेरठ-गढ़ मार्ग पर रविवार देर रात हुई दुर्घटना में मृत सास व बहू के शव पोस्टमाट
मेरठ,जेएनएन। मेरठ-गढ़ मार्ग पर रविवार देर रात हुई दुर्घटना में मृत सास व बहू के शव पोस्टमार्टम के बाद शाहजहांपुर पहुंचे। सोमवार देर रात उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। एक साथ दो शव देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। लोग नूर अहमद के परिवार पर टूटे दुख के पहाड़ और रईस के बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता जता रहे थे।
ज्ञात हो रविवार रात रईस,उसकी पत्नी रुकसाना, मा फातमा, बहन गुलिस्ता व भांजा अमन मेरठ से रात लगभग एक बजे कार द्वारा शाहजहांपुर लौट रहे थे। शाहजहांपुर स्थित मदरसे के पास पहुंचते ही गढ़ की ओर से आ रहे बारह टायरा ट्रक व कार की जोरदार भिड़ंत हो गई। जिसमें फातमा ओर रुकसाना की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अन्य तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। बहू व सास का शव गांव पहुंचने पर मातम छा गया। देर रात शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। घायल रईस, गुलिस्ता व अमन मेरठ के लोकप्रिय अस्पताल में उपचाराधीन हैं। जहां उन्हें खतरे बाहर बताया जा रहा है। लोगों ने हादसे का कारण मार्ग पर सफेद पट्टी न होना, इसके संकरा होने व डिवाइडर नहीं होना बताया। उधर, दुर्घटना के बाद फरार ट्रक चालक पुलिस गिरफ्त से दूर है। बच्ची भी गंभीर
नूर अहमद की बेटी गुलिस्ता की ससुराल मुरादनगर में है। वह बच्चों के साथ अपने मायके शाहजहांपुर आयी हुई है। यहां रविवार दोपहर बच्ची छत से गिर गई थी। स्वजन उसे लेकर मेरठ आए थे जहां से उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया था। स्वजन ने बताया कि बच्ची शिफा की रीढ़ की हड्डी टूट गई है। उसका दिल्ली में उपचार चल रहा है।