दुनिया में हर साल लाखों लोग एड्स के कारण बन जाते हैं काल का ग्रास, बचाव को जागरूकता जरूरी, मेरठ में निकाली रैली

दुनिया में हर साल लाखों लोगों की एड्स से मौत हो जाती है। विश्व भर में इसे समाप्त करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं किंतु अभी तक इसके कारगर इलाज की खोज नहीं की जा सकी है। ऐसे में जानकारी ही एड्स से बचाव का सही तरीका है।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 04:59 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 04:59 PM (IST)
दुनिया में हर साल लाखों लोग एड्स के कारण बन जाते हैं काल का ग्रास, बचाव को जागरूकता जरूरी, मेरठ में निकाली रैली
एड्स जागरूकता और रोकथाम विषय पर रैली निकाली गई

मेरठ, जागरण संवाददाता। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एनएएस कालेज के चित्रकला विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से एड्स जागरूकता और रोकथाम विषय पर रैली निकाली गई। मानव श्रृंखला बनाकर सड़क पर आते-जाते लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया गया। 

रैली को प्राचार्य मनोज अग्रवाल ने रवाना किया। कहा कि एड्स बीमारी कितनी भयानक है यह इसी से समझा जा सकता है कि दुनिया में हर साल लाखों लोग एड्स के कारण काल का ग्रास बन जाते हैं। हालांकि विश्व भर में इस को समाप्त करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, किंतु अभी तक इसके कारगर इलाज की खोज नहीं की जा सकी है। जिससे एड्स से पूर्ण मुक्ति पा सके। इसलिए एड्स और एचआईवी के बारे में हर व्यक्ति को पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए। इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम द्वारा लोगों को एड्स के बारे में सतर्क व जागरूक किया जा सकता है। रैली में छात्र-छात्राओं ने हस्त निर्मित पोस्टर स्लोगन व एड्स जागरूकता के प्रेरक नारों के माध्यम से सड़क पर आते जाते लोगों को एड्स के जानकारी प्रदान कर जागरूक किया। 

जानकारी ही एड्स से बचाव का सही तरीका 

कार्यक्रम संयोजिका डॉ. अलका तिवारी ने बताया कि एड्स के बारे में जानकारी एड्स बचाव का सही तरीका है। एड्स कोई छूत की बीमारी नहीं है। एचआईवी के संबंध में यह जानना बेहद जरूरी है कि इस संक्रमण के शिकार व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने, भोजन करने स्नान करने या उसके पसीने के संपर्क में आने से यह रोग नहीं फैलता। समाज में ऐसे लोगों के प्रति हमदर्दी और प्यार का भाव होना चाहिए। एड्स रोगियों का हौसला बढाए जाने की जरूरत है। एड्स रोगियों के प्रति समाज और परिजनों की सोच को बदलने के लिए भी अपेक्षित कदम कदम उठाए जाने की भी जरूरत है। रोवर्स प्रभारी डा राजीव कुमार ने युवाओं को शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ समाज में एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया।

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