अब हर घर-जमीन को यूपी सरकार से मिलेगा पहचान-पत्र, बहुत सारे विवाद हो जाएंगे समाप्त Meerut News
अब हर मकान और जमीन का विशेष नंबर होगा। राजस्व परिषद स्वामित्व योजना में गांवों में मकानों का आवासीय अभिलेख तैयार किया जा रहा है। इससे मकान व जमीन पर स्वामित्व को लेकर होने वाले विवाद काफी हद तक खत्म हो जाएंगे।
मेरठ, [प्रमोद त्यागी]। उत्तर प्रदेश सरकार हर घर और जमीन को विशेष पहचान देगी। हर मकान और जमीन का विशेष नंबर होगा। साथ ही उसके मालिक का नाम होगा। स्वामित्व योजना में जमीन मालिकों को इसका प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। प्रथम चरण में जिले में 10 गांवों का सर्वे हो चुका है। दूसरे चरण में 100 गांवों में सर्वे किया जा रहा है।
राजस्व परिषद स्वामित्व योजना में गांवों में मकानों का आवासीय अभिलेख तैयार किया जा रहा है। इससे मकान व जमीन पर स्वामित्व को लेकर होने वाले विवाद काफी हद तक खत्म हो जाएंगे। गांवों में रहने वाले लोगों को मकान और जमीन का प्रमाणित दस्तावेज दिया जाएगा। इससे बैंकों से कर्ज आदि लेने में भी आसानी होगी। आबादी क्षेत्र का शुरुआती रिकार्ड तैयार होने के बाद विकास के लिए सरकारी योजनाएं चलाने में भी सहायता मिलेगी। राजस्व विभाग और पंचायती राज विभाग की संयुक्त टीम गांवों में सर्वे कर रही है। जल्द ही इसे वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।
ड्रोन से किया गया सर्वेक्षण
इस योजना का ड्रोन से हवाई सर्वेक्षण भी हो चुका है। जल्द ही सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर आपत्तियों की सुनवाई की जाएगी। आपत्ति निस्तारण के बाद ग्रामीण आवासीय अभिलेख यानी घरौनी को अंतिम रूप दिया जाएगा।
सर्वे होने वाले गांवों की संख्या
जनपद में 110 गांवों में सर्वे किया जा रहा है। दस गांवों का सर्वे हो चुका है। मेरठ सदर तहसील में प्रथम चरण में तीन गांव शामिल हैं। दूसरे चरण में 30 गांवों में सर्वे किया जा रहा है। मवाना तहसील में प्रथम चरण में चार गांवों में सर्वे हो चुका है। दूसरे चरण में 40 गांवों में सर्वे किया जा रहा है। सरधना तहसील में प्रथम चरण में तीन गांवों में सर्वे किया गया है। दूसरे चरण में तीस गांवों में सर्वे चल रहा है।
इन्होंने कहा-
स्वामित्व योजना के तहत दूसरे चरण का सर्वे किया जा रहा है। प्रथम चरण में जनपद में 10 गांवों का सर्वे हो चुका है। सर्वे के बाद मकान और जमीन मालिक को प्रमाणित दस्तावेज दिया जाएगा।
- सुभाष प्रजापति, एडीएम वित्त मेरठ