मेरठ : इंजीनियर ने रची थी लूट की झूठी साजिश, इस वजह से उठाया ऐसा कदम, घंटों तक दौड़ती रही पुलिस
पुलिस ने इंजिनियर से लूट मामले का खुलासा कर दिया है। इंजिनियर ने ही लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी थी जबकि सच्चाई तो यह थी कि असल में लूट हुआ ही नहीं था। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया।
मेरठ, जेएनएन। पुलिस ने इंजिनियर से लूट मामले का खुलासा कर दिया है। इंजिनियर ने ही लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी थी, जबकि सच्चाई तो यह थी कि असल में लूट हुआ ही नहीं था। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया। इंजिनियर ने बताया कि उसके उपर लाखों का कर्ज है जिससे बचने के लिए उसने ऐसा कदम उठाया था। पुलिस ने युवक पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शताब्दीनगर स्थित जलवायु टावर के सिविल इंजीनियर ने एक लाख दस हजार की लूट की फर्जी सूचना देकर पुलिस को करीब दो घंटे दौड़ाया। पुलिस की जांच में सामने आया कि इंजीनियर ने बैंक से रकम निकाली ही नहीं। पुलिस ने इंजीनियर से कड़ाई से पूछताछ की। उसने बताया कि लाखों के कर्ज से बचने के लिए लूट का नाटक रचा था। पुलिस इंजीनियर के खिलाफ झूठी शिकायत देने का मुकदमा दर्ज कर रही है।
परतापुर के रिझानी निवासी ऋषिपाल जलवायु टावर में सिविल इंजीनियर है। ऋषिपाल ने सोमवार दोपहर में 112 नंबर पर सूचना दी कि उसे रिझानी के पास संगम पैलेस के सामने बाइक सवार दो बदमाशों ने पकड़ लिया। तमंचा दिखाकर बदमाश जेब से एक लाख दस हजार की नकदी लूट ले गए। परतापुर पुलिस मौके पर पहुंची। पूछताछ में ऋषिपाल अपने बयान बदल रहा था। ऋषिपाल ने बताया कि यह रकम भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से निकाल कर लाया था। ऋषिपाल को साथ लेकर पुलिस बैंक की सीसीटीवी फुटेज देखने पहुंची। वहां पता चला कि उसने बैंक से कोई रकम नहीं निकाली। पुलिस ने उससे पूछताछ की गई। इंस्पेक्टर नजीर अली ने बताया कि ऋषिपाल पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।