परतापुर इंटरचेंज के पास से हटाया अतिक्रमण

दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत परतापुर में इंटरचेंज बनाया गया है। यहां देहरादून बाईपास की तरफ लोगों ने एक्सप्रेस-वे की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था। शनिवार को यह अतिक्रमण हटा दिया गया। यहां अब बाउंड्रीवाल बनाकर पौधारोपण किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 08:46 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 08:46 AM (IST)
परतापुर इंटरचेंज के पास से हटाया अतिक्रमण
परतापुर इंटरचेंज के पास से हटाया अतिक्रमण

मेरठ, जेएनएन। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत परतापुर में इंटरचेंज बनाया गया है। यहां देहरादून बाईपास की तरफ लोगों ने एक्सप्रेस-वे की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था। शनिवार को यह अतिक्रमण हटा दिया गया। यहां अब बाउंड्रीवाल बनाकर पौधारोपण किया जाएगा।

अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम के नेतृत्व में पुलिस व पीएसी मौजूद रही। एनएचएआइ के अफसरों की मौजूदगी में चिह्नीकरण हुआ। परतापुर इंटरचेंज से बिग बाइट तक दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे की जमीन दोनों किनारे है। इसके बाद की जमीन एनएच 58 की है। अतिक्रमण की वजह से अंडरपास के सामने गाड़ियां खड़ी हो रही थीं। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ रही थी।

अतिक्रमण हटाने का किया विरोध

मेरठ: दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत परतापुर में इंटरचेंज बनाया गया है। यहां देहरादून बाईपास की तरफ लोगों ने एक्सप्रेस-वे की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था। दुकानें खुलती चली गईं। शनिवार को इंटरचेंज से बिग बाइट रेस्टोरेंट तक अतिक्रमण हटाने का अभियान चला। इसी बीच किसान नेता विजयपाल घोपला कई कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए। उन्होंने विरोध करते हुए अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों को समय देने की मांग की। बाउंड्री करने की सूचना पर उन्होंने हंगामा करते हुए कहा कि किसान फिर खेतों की तरफ आना-जाना कैसे करेंगे। बाउंड्री होने से रास्ते बंद हो जाएंगे। इस पर होटल-ढाबों को हटाने के लिए दो दिन का समय दिया गया। वहीं उन्हें आश्वस्त किया गया कि बाउंड्री किसी का रास्ता नहीं रोकेगी। रास्तों के सामने बाउंड्री नहीं रहेगी।

अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम के नेतृत्व में पुलिस व पीएसी मौजूद रही। एनएचएआइ के अफसरों की मौजूदगी में चिह्नीकरण हुआ। परतापुर इंटरचेंज से बिग बाइट तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की जमीन दोनों किनारे पर है। इसके बाद की जमीन एनएच 58 की है। अतिक्रमण की वजह से अंडरपास के सामने गाड़ियां खड़ी हो रही थीं। जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ रही थी।

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