कृषि निर्यात बढ़ाने पर जोर, निगरानी समिति ने किया मंथन

कृषि उत्पादों के निर्यात को बढावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कृषि निर्यात नीति 2019 जारी की गई है। इसी नीति को मंडल में लागू करने और निर्यात बढ़ाने के लिए गठित की गई कृषि निर्यात निगरानी समिति की पहली बैठक में अधिकारियों ने मंथन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:28 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:28 AM (IST)
कृषि निर्यात बढ़ाने पर जोर, निगरानी समिति ने किया मंथन
कृषि निर्यात बढ़ाने पर जोर, निगरानी समिति ने किया मंथन

मेरठ, जेएनएन। कृषि उत्पादों के निर्यात को बढावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कृषि निर्यात नीति 2019 जारी की गई है। इसी नीति को मंडल में लागू करने और निर्यात बढ़ाने के लिए गठित की गई कृषि निर्यात निगरानी समिति की पहली बैठक में अधिकारियों ने मंथन किया। साथ ही भविष्य की चुनौतियों पर पार पाने व आगे बढ़ने की रणनीति तैयार करने पर जोर दिया गया। इस मौके पर किसान और खेती से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा भी की गई।

कमिश्नर कार्यालय में आयोजित मंडलीय कृषि निर्यात निगरानी समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि यहां कृषि निर्यात की अपार संभावनाएं हैं। यहा पर सभी प्रकार की मुख्य कृषि फसलों जैसे गन्ना, आलू, गेहूं, चावल, आम, सब्जी के उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन, मुर्गीपालन आदि भी खूब होता है। साथ ही निर्यात के लिए अच्छी सड़कें और दिल्ली एयरपोर्ट के नजदीक होने के साथ जेवर एयरपोर्ट भी काफी काम आएगा। हालांकि तमाम सुविधाएं होने के बाद भी मंडल में कृषि निर्यात की स्थिति अच्छी नहीं है। इसे बढ़ाने के लिए सभी संबंधित विभाग मिलकर रणनीति तैयार करें। कमिश्नर ने जिलाधिकारी से लेकर विकास खंड अधिकारियों को बैठक कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देशित किया।

बैठक में खूब आए सुझाव

बैठक में उपस्थित संयुक्त निदेशक कृषि डा. अमर नाथ मिश्रा, प्रधान वैज्ञानिक बासमती निर्यात विकास फाउंडेशन मोदीपुरम के डा. रितेश शर्मा, प्रगतिशील कृषक आमिर उल्ला खां, समिति सचिव राहुल यादव आदि ने कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सुझाव दिए।

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