ईद-उल-अजहा नजदीक, तैयारियों में जुटे अकीदतमंद
मवाना में ईद-उल-अजहा का त्योहार नजदीक होने के चलते मुस्लिम समाज के लोग अभी से तैयारी में जुट गए हैं। शुक्रवार को कपड़े-चप्पल जूते इत्यादि सामान की खरीदारी में लोग मशगूल रहे क्योंकि त्योहार नजदीक है और शनिवार व रविवार को कोरोना कर्फ्यू के चलते बाजार बंद रहेंगे।
मेरठ, जेएनएन। मवाना में ईद-उल-अजहा का त्योहार नजदीक होने के चलते मुस्लिम समाज के लोग अभी से तैयारी में जुट गए हैं। शुक्रवार को कपड़े-चप्पल जूते इत्यादि सामान की खरीदारी में लोग मशगूल रहे, क्योंकि त्योहार नजदीक है और शनिवार व रविवार को कोरोना कर्फ्यू के चलते बाजार बंद रहेंगे।
ईद-उल-अजहा 21 जुलाई को है। बाजारों में कपड़ों की दुकानों पर ईद के लिए बच्चे व बड़ों के लिए लखनवी कुर्ता पायजामा दिखाई पड़ रहे हैं। खतौलिया चौक स्थित दुकान पर 400 से लेकर 800 तक के कुर्ते पायजामा हैं, जबकि बच्चों के लिए रंगीन कुर्ते पायजामा मौजूद हैं। कढ़ा हुआ लखनवी लिबास ईद पर ज्यादातर पहना जाता है। इसके अलावा रेडीमेड एवं अन्य दुकानों पर लेडीज सूट की भरमार है। शुक्रवार को महिलाएं व युवतियां अपनी-अपनी पसंद के सूट खरीदने में मशगूल रहीं। जूतों की दुकानों पर विभिन्न प्रकार के जूते-चप्पलों के अलावा तरह-तरह की चमकीली डिजाइन वाली लेडीज चप्पल व सैंडिल भी ग्राहकों को अपनी ओर खींच रही थी। महंगाई के बावजूद लोग अपनी सामर्थ्य अनुसार खरीदारी में मशगूल रहे। बैगिल स्टोरों पर भी महिलाओं की भीड़ नजर आती है। बाजारों में कपड़ों के अलावा खाने-पीने की चीजों की भी खूब खरीदारी की गई।
शुक्रवार को गोल मार्केट, खतौलिया चौक व सुभाष बाजार, दयानंद बाजार में भीड़भाड़ रही, क्योंकि दो दिन शनिवार व रविवार को कोरोना कर्फ्यू के चलते बाजार बंद रहेंगे। ऐसे में शुक्रवार को बाजारों में राजमर्रा की अपेक्षा भीड़भाड़ कहीं ज्यादा रही। लोग पर्व की तैयारियों में जुटे रहे। इस दौरान बाजारों में शारीरिक दूरी का प्रावधान टूटता हुआ भी नजर आया।