शहर में 22 से कोचिंग सेंटर खोलने की कवायद, प्रशासन से भी मांगा गया सहयोग Meerut News
आखिरकार छह माह बाद मेरठ के कोचिंग संस्थानों के संचालकों ने भी आगामी 22 सितंबर से सभी कोचिंग संस्थानों को खोलने की घोषणा कर दी है। इसके लिए प्रशासन से भी सहयोग मांगा है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ के कोचिंग संस्थानों के संचालकों ने भी आगामी 22 सितंबर से सभी कोचिंग संस्थानों को खोलने की घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि कोचिंग संस्थान बंद होने से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हजारों छात्रों की तैयारी प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही सभी कोचिंग संचालकों के समक्ष भी आर्थिक संकट गहरा रहा है। इस कारण उन्होंने अब कोचिंग संस्थानों को खोलने का निर्णय लिया है। इस दौरान वह केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करेंगे। इसमें स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया जाएगा।
संचालकों के समक्ष गहरा रहा आर्थिक संकट
शनिवार को अशोका डिफेंस एकेडमी पीएल शर्मा रोड पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोचिंग संचालकों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान भी लाकडाउन के चलते पिछले करीब 6 माह से बंद है। इस कारण कोचिंग संस्थानों से जुड़े सैकड़ो परिवारों के समक्ष भी आर्थिक संकट गहरा रहा है। उन पर पिछले 6 माह से बिल्डिंग का किराया व बिजली का बिल समेत अन्य खर्च बढ़ रहा है। इस कारण उनके समक्ष आर्थिक संकट बढ़ रहा है। कोचिंग सेंटर में काम करने वाले एक व्यक्ति के साथ एक परिवार के कम से कम 5 सदस्य जुड़े हुए हैं।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी नहीं कर पा रहे हजारों छात्र
उनका यह भी कहा कि प्रदेश सरकार लगातार अब प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करा रही है। इनमें बीएड प्रवेश परीक्षा, खंड शिक्षा अधिकारी की परीक्षा व रविवार को होने वाली समीक्षा अधिकारी व प्रारंभिक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा आदि शामिल है। इन परीक्षाओं की तैयारियों के लिए हजारों छात्र छात्राओं को मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है। वह लगातार कोचिंग सेंटर खोलने का अनुरोध कर रहे हैं। छात्र-छात्राएं परेशान हैं। छात्र छात्राओं की परेशानी को देखते हुए उन्होंने आगामी 22 सितंबर से कोचिंग संस्थान खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने जिला प्रशासन से भी इसमें सहयोग करने की अपील की है।
यह रहे शामिल
प्रेस वार्ता में योगेश तनवर, डॉ विक्रांत जावला, पंकज सोम, नवनीत नहवाल, योगेश, रोबिन, अफसार अश्वनी राघव व मयंक पराशर आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।