धुआं उगलने वाले पुराने वाहनों का बनेगा डंपिग यार्ड
स्वच्छ सर्वेक्षण में देश में 27वीं रैंक प्राप्त करने वाले मेरठ शहर में अब संचालन निर्धारण अवधि पूरी कर चुके पुराने वाहनों के निस्तारण के लिए डंपिग यार्ड का निर्माण किया जाएगा। इसकी कवायद शुरू हो गई है। यह कदम प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाया जा रहा है।
मेरठ, जेएनएन। स्वच्छ सर्वेक्षण में देश में 27वीं रैंक प्राप्त करने वाले मेरठ शहर में अब संचालन निर्धारण अवधि पूरी कर चुके पुराने वाहनों के निस्तारण के लिए डंपिग यार्ड का निर्माण किया जाएगा। इसकी कवायद शुरू हो गई है। यह कदम प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाया जा रहा है।
शुक्रवार को संभागीय परिवहन कार्यालय के अधिकारी नगर निगम पहुंचे। संपत्ति अधिकारी राजेश सिंह से मिलकर डंपिग यार्ड बनाने के लिए जमीन की डिमांड रखी। लगभग 3000 वर्ग मीटर में डंपिग यार्ड बनाया जाना है। जमीन की तलाश की जा रही है। नगर निगम जल्द जमीन मुहैया कराएगा। डंपिग यार्ड का निर्माण परिवहन विभाग कराएगा। संभागीय परिवहन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि 10 साल पुराने डीजल के वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन एनसीआर क्षेत्र में प्रतिबंधित है। बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए ऐसे वाहनों को चलाने की अनुमति नहीं है। इनको जब्त करके डंपिग यार्ड में रखा जाएगा। बाद में निस्तारण कराया जाएगा। जमीन निगम जितनी जल्दी मुहैया करा देगा डंपिग यार्ड का काम उतनी जल्दी शुरू हो जाएगा। प्रदेश के अन्य शहरों में यह काम शुरू हो चुका है। केवल मेरठ में ही जमीन उपलब्ध न हो पाने के कारण देरी हो रही है। संभागीय परिवहन कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि पुराने वाहन अत्यधिक धुंआ उत्सर्जित करते हैं। प्रतिबंध के बावजूद लोग इनको चलाते हैं। डंपिग यार्ड बनने के बाद ऐसे वाहनों को जब्त करके रखने की व्यवस्था हो जाएगी। जिससे प्रतिबंधित वाहनों के संचालन पर प्रभावी रोकथाम करके वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे को कम किया जा सकेगा।