बुलंदशहर : गड्ढों में सड़क तलाशते लेखपाल की कार हुई खराब, एनएच के बड़े साहब के खिलाफ दर्ज करा दिया मुकदमा

बुलंदशहर की खुर्जा तहसील में तैनात लेखपाल यतेंद्र सिंह कार से खुर्जा-शिकारपुर मार्ग पर सफर कर रहे थे। गहरे गड्ढों में फंसकर उनकी कार खराब हो गई। इससे परेशान लेखपाल ने गाजियाबाद-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के परियोजना निदेशक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दे दी।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 09:58 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 07:37 AM (IST)
बुलंदशहर : गड्ढों में सड़क तलाशते लेखपाल की कार हुई खराब, एनएच के बड़े साहब के खिलाफ दर्ज करा दिया मुकदमा
गड्ढों में सड़क तलाशते लेखपाल की कार हुई खराब

बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। जर्जर सड़कों के कारण आम आदमी को रोज भीषण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे जाम लगता है, गहरे गड्ढों के चलते दुर्घटनाएं होती हैं और धूल-धुएं की वजह से तमाम बीमारियां भी फैलती हैं। बहरहाल, सोमवार को एक ऐसी ही जर्जर सड़क से गुजर रहे एक लेखपाल जब बुरी तरह परेशान हो गए तो उन्होंने गाजियाबाद-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के परियोजना निदेशक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी।

यह है मामला

हुआ कुछ यूं कि खुर्जा तहसील में तैनात लेखपाल यतेंद्र सिंह सोमवार को अपनी कार द्वारा खुर्जा-शिकारपुर मार्ग पर सफर कर रहे थे। जब वो झुमका फ्लाइओवर से पहासू सर्विस रोड पर उतरे तो उस सड़क की दशा बेहद खराब थी। इस पर गहरे गड्ढे थे, जहां फंसकर उनकी कार खराब हो गई। उन्हें बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद परेशान हो चुके लेखपाल यतेंद्र सिंह ने अलीगढ़-गाजियाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग के परियोजना निदेशक पी.पी. सिंह के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। इसमें जर्जर सड़क के चलते स्वयं के साथ ही आम लोगों को रोज होने वाली परेशानियों का जिक्र था।

इस धारा के तहत दर्ज मुकदमा 

कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को तहरीर के आधार पर आइपीसी की धारा 268 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। धारा 268 का सामान्य अर्थ यह है कि जो जिन कार्यों को करने के लिए उत्तरदायी है, वह अपने कार्यों का निर्वहन ठीक से नहीं करता। साथ ही, उसके इस कार्य के न करने से अगर किसी व्यक्ति को परेशानी होती है, कोई समस्या हो जाती है, कोई क्षति होती है, तो यह जिम्मेदारी उसी की है, जिसको यह काम करने के लिए सौंपा गया था।

सन 2015 के बाद कभी नहीं हुई सर्विस रोड की मरम्मत

बताया जाता है कि करीब 350 मीटर लंबी इस सर्विस रोड की मरम्मत सन 2015 के बाद कभी हुई ही नहीं। आसपास के लोगों के अनुसार इस मार्ग पर गहरे गड्ढे हैं। इन गड्ढों की वजह से गिरकर दोपहिया सवार आए दिन चोटिल होते हैं। बरसात के दिनों में तो स्थिति और दयनीय हो जाती है। हालांकि इस संबंध में परियोजना निदेशक पी.पी. सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग गाजियाबाद-अलीगढ़ और संबंधित सर्विस रोड को गड्ढामुक्त कराया जा रहा है। मुकदमा दर्ज होने के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।

chat bot
आपका साथी