राजफाश: बुलंदशहर में चालक ने साथियों के साथ आयकर अधिकारी बन ठगे थे 70.50 लाख

एसएसपी बुलंदशहर ने बताया कि नवनाथ जाधव उर्फ अन्ना का कासगंज स्थित घंटाघर बाजार थाना नगर कोतवाली पर किरन ज्वेलर्स के नाम से शोरूम है। नवनाथ जाधव ने सोमवार को अपने चालक प्रेमवीर 70.50 लाख रुपये इनकम टैक्स से बचाने को दिल्ली निवासी एक व्यापारी को देने भेजा था।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 08:57 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 08:57 PM (IST)
राजफाश: बुलंदशहर में चालक ने साथियों के साथ आयकर अधिकारी बन ठगे थे 70.50 लाख
बुलंदशहर पुलिस लाइन में पुलिस की गिरफ्त में 70 लाख की ठगी के आरोपित।

बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। आयकर अधिकारी बन खुर्जा नगर क्षेत्र में सर्राफ के मुनीम से हुई 70.50 लाख की ठगी का पुलिस ने गुरुवार को राजफाश कर दिया। सर्राफ के कार चालक समेत छह लोगों ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर 66 लाख रुपये बरामद कर लिए है। एसएसपी ने बताया कि आयकर अधिकारी बनकर ठगी की इस घटना में 72 लाख रुपये नहीं 70. 50 लाख रुपये गए थे। आरोपितों ने 11 लाख रुपये अपना कर्ज उतारने में खर्च कर दिए। पुलिस ने बरामद राशि की सूचना आयकर अधिकारियों को भी दी है।

यह है मामला

एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि नवनाथ जाधव उर्फ अन्ना का कासगंज स्थित घंटाघर बाजार थाना नगर कोतवाली पर किरन ज्वेलर्स के नाम से शोरूम है। नवनाथ जाधव ने सोमवार को अपने चालक प्रेमवीर सिंह उर्फ राकेश को 70.50 लाख रुपये इनकम टैक्स से बचाने को दिल्ली निवासी एक व्यापारी को देने भेजा था। प्रेमवीर सिंह के साथ उसका मुनीम ओमकार और कैशियर शिवा भी गए थे। चालक प्रेमवीर की नीयत में खोट आ गई। उसने अपने गांव के कुलदीप सोलंकी निवासी मनढोलपुरा थाना सहावर कासगंज और वीरेश निवासी बहसोरा बुजुर्ग कासगंज को इस बारे में बताया। इन्होंने विनय उर्फ चेतन निवासी रजापुर कविनगर गाजियाबाद, बिल्सन और अजय निवासीगण बम्हेटा कविनगर गाजियाबाद को भी साथ लिया। ठगी से पूर्व चालक प्रेमवीर उर्फ राकेश ने गाजियाबाद निवासी योगेंद्र राघव की बोलेरो गाड़ी कुछ देर के लिए मांग ली और दोस्तों को सौंप दी। घटना से पूर्व उसने अपनी लोकेशन साथियों को भेज दी थी। इसके बाद घटना को खुर्जा हाईवे पर नगर कोतवाली क्षेत्र में अंजाम दिया गया। आरोपित चेतन ने बताया कि बिल्सन, अजय व उसने घटना के बाद 11 लाख रुपया अपना कर्ज अदा करने में खर्च कर दिया। यह राशि पुलिस ने बरामद कर ली। केवल तीन लाख रुपये पुलिस बरामद नहीं कर पायी।

chat bot
आपका साथी