मृत लावारिस गाय को नोंच रहे थे कुत्ते, चंदा एकत्र कर व्यापारियों ने दबाया Meerut News

एक लावारिस मृत गाय को दबाने के लिए गंगानगर के लोगों को नगर निगम से लेकर गोरक्षा की राजनीति करने वाले नेताओं से कई बार फोन करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने खुद ही इस कार्य का बीड़ा उठाया।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 02:21 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 02:21 PM (IST)
मृत लावारिस गाय को नोंच रहे थे कुत्ते, चंदा एकत्र कर व्यापारियों ने दबाया Meerut News
मेरठ में मृत लावारिस गाय को चंदा एकत्र कर व्यापारियों ने दबाया।

मेरठ, जेएनएन। गोवंश सुरक्षा को लेकर तमाम अभियान चलाने वाले योगी सरकार के दावे कुछ भी हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। शुक्रवार को गंगानगर में एक ऐसा ही वाक्‍या देखने को मिला। एक लावारिस मृत गाय को दबाने के लिए गंगानगर के लोगों को नगर निगम से लेकर गोरक्षा की राजनीति करने वाले नेताओं से कई बार फोन करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने खुद ही इस कार्य का बीड़ा उठाया। एक सेवानिवृत्त कर्नल के सहयोग से गंगानगर के स्थानीय लोगों ने चंदा एकत्र कर रीति रिवाज के साथ गाय का अंतिम संस्कार किया। खले पार्क में गाय के शव को कुत्ते नोंच रहे थे।

यह है मामला 

गंगानगर निवासी व्यापारी अंकित अग्रवाल ने बताया कि उनके घर के सामने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के पास खाली मैदान है। सुबह के वक्त किसी ने लावारिस मृत गाय को लाकर डाल दिया। गाय के शव को कुत्ते नोंच रहे थे। यह देखकर अंकित ने कुत्तों के झुंड को हटाकर नगर निगम के कर्मचारियों और गोरक्षा संगठन से जुड़े कई लोगों को फोन किया। लेकिन किसी ने भी सहायता करने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद अंकित ने अपने साथियों को फोन कर मौके पर बुलाया। फावड़ा, खुरपा, रस्सी व नमक आदि के लिए अंकित अग्रवाल ने सेवानिवृत्त कर्नल के सहयोग से आशु शर्मा व आशीष आदि के साथ चंदा एकत्र कर सभी सामान जुटाया। इसके बाद पार्क में ही चार फुट गहरा गड्ढा खोदकर उसमें गाय को दबाया गया। हालांकि, इस दौरान स्थानीय कुछ लोगों ने गाय को पार्क में दबाने का विरोध भी किया। लेकिन कर्नल और अन्य लोगों के हस्तक्षेप से गाय का रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। सभी ने गाय की आत्मा शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर शांति पाठ भी किया। 

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