मेडिकल में आरटी-पीसीआर व एंटीजन जांच न होने से असुविधा

मेडिकल कालेज में आरटी-पीसीआर व एंटीजन की जांच न होने से लोगों असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 10:30 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 10:30 AM (IST)
मेडिकल में आरटी-पीसीआर व एंटीजन जांच न होने से असुविधा
मेडिकल में आरटी-पीसीआर व एंटीजन जांच न होने से असुविधा

मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज में आरटी-पीसीआर व एंटीजन की जांच न होने से लोगों असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जिससे ओपीडी व कोविड संक्रमण के संदेह पर जांच कराने मेडिकल पहुंच रहे मरीजों को असुविधा हो रही है। हालांकि मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने बताया कि वीटीएम वायल खत्म होने आरटी-पीसीआर जांच प्रभावित हुई थी। जिसकी व्यवस्था कर ली गई है।

दिल्ली, महाराष्ट्र समेत शहर में कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों की धड़कने बढ़ी हुई हैं। शहर में जहां दस से बारह दिन पहले तक दो तीन लोगों में संक्रमण के मामले मिल रहे थे। वहीं अब पिछले चार से पांच दिनों से मामलों में तेजी आई है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में मेडिकल कालेज में फ्लू ओपीडी के पास बंद बने कोविड जांच बूथ को देखकर लोग निराश होकर लौट रहे हैं। वहीं, एंटीजन की जांच भी करीब 15 दिनों से बंद है। जांच न होने से लोगों को इधर-उधर जाना पड़ रहा है। वहीं मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि आरटी-पीसीआर जांच में प्रयोग होने वाली वीटीएम वायल के न होने से जांच प्रभावित थी। जिसे मंगाकर बुधवार शाम तक व्यवस्था दुरुस्त करा दी गई है। नियमित एंटीजन जांच बंद कर दी गई है। जरूरत पड़ने पर एंटीजन जांच कराई जा रही हैं।

चंद्रशेखर की पार्टी में अनबन शुरू, कई का इस्तीफा

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर की राजनीतिक पार्टी में घमासान शुरू हो गया है। जिलाध्यक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जिला उपाध्यक्ष व शहर विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष ने कमेटी समेत इस्तीफा दे दिया है।

जिला उपाध्यक्ष शमशाद माहीगीर ने अपने इस्तीफा में लिखा है कि राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य संजय हरित और जिला अध्यक्ष सुरेंद्र रछौती के तानाशाही रवैये व गुटबाजी के कारण वह इस्तीफा दे रहे हैं। वहीं शहर विधानसभा अध्यक्ष इकबाल अब्बासी ने आरोप लगाया कि पार्टी अपनी विचारधारा से भटक गई है। उन्होंने जिलाध्यक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस संबंध में जिलाध्यक्ष से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका फोन स्विच आफ मिला। अन्य पदाधिकारियों ने भी इस मसले पर बोलने से इन्कार कर दिया।

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