आफत की बारिश: सहारनपुर में सड़कें धंसी- आई दरार, मुजफ्फरनगर व बागपत में जमीदोंज हुईं मकानें; जगह- जगह जलभराव
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार को बारिश ने तबाही मचा दी। रात से ही हुई बारिश ने जिलों में कई जगहों पर भयावक मंजर दिखाया। इसमें कई लोगों की जान पर बन आई तो वहीं किसी की मौत भी हो गई। सहारनपुर में सड़कें धंस गई।
मेरठ, जेएनएन। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार को बारिश ने तबाही मचा दी। रात से ही हुई बारिश ने जिलों में कई जगहों पर भयावक मंजर दिखाया। इसमें कई लोगों की जान पर बन आई तो वहीं किसी की मौत भी हो गई। सहारनपुर में सड़कें धंस गई। जगह-जगह सड़कों पर कटान होने से हादसों का खतरा बढ़ गया, जिस कारण वाहनों को रोक दिया गया। इससे जाम की स्थिति भी बनी रही। वहीं मुजफ्फरनगर व बागपत में मकानें भी जमीदोंज हो गई। इस दौरान लगभग दर्जनों लोग घायल भी हो गए। गनीमत रही कि सभी को मामूली ही चोंटे आईं। वहीं मेरठ में एक कार नाले में चली गई, सवारों को बड़ी मुश्किल से निकाला गया। इसके अलावा शामली में करंट लगने से युवक की मौत हो गई।
मुजफ्फरनगर में छत गिरने से ये हुए घायल
थाना सिखेडा क्षेत्र के ग्राम गोपालपुरी निराना में मंगलवार की देर रात लगभग दो बजे बरसात के कारण एक परिवार के घर की छत गिर जाने के कारण दिलशाद, नरगिस, शाहिस्ता, आवेश, शमशाद, और कनीज दब कर घायल हो गए। मोहल्ले वासियों ने मकान गिरने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोहल्ले वासियों की सहायता से परिवार के सभी सदस्यों को मलबे से बाहर निकाला। मलबे से बाहर निकाल कर प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जहां पर डॉक्टरों ने सभी की स्थिति सामान्य बताई।
सहारनपुर में धंसी सड़कें
लगातार हो रही बारिश के चलते कचहरी पुल का एक हिस्सा बैठ गया आनन-फानन में सुरक्षा के मद्देनजर यातायात पुलिस ने पुल पर आवागमन बंद करा दिया। पुल की मरम्मत करने वाले लार्सन एंड टूब्रो के अधिकारियों का कहना है कि साइड की मिट्टी के ढहने से यह समस्या हुई है। जिसे जल्दी ठीक करा दिया जाएगा।
महानगर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले कचहरी पुल पर एकाएक सुबह एक हिस्सा बैठ गया। पुल से गुजर रहे लोगों ने तत्काल इसकी सूचना मौके पर मौजूद यातायात पुलिस को दी आनन-फानन में बैरिकेडिंग लगाकर यातायात के लिए बंद कर दिया गया। रूट डायवर्ट करने के साथ ही अन्य मार्गो पर जाम के चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं मरमत की पड़ताल के बाद ही पुल को खोला जाएगा।
मेरठ, बिजनौर, बागपत समेत अन्य जिलों में जलभराव की समस्या
रात से रुक-रुककर बारिश हो रही थी और सुबह से लगातार झमाझम बदरा बरसें। गर्मी-उमस से पूरी तरह राहत है, लेकिन शहर से गांव तक हर जगह जलभराव है। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी कार्यालयों से लेकर अस्पतालों में सन्नाटा है। मेरठ, बिजनौर, बागपत समेत अन्य जिलों में भारी बारिश से जलभराव रहा। नाले-नालियों की गंदगी सड़कों पर तैर रही है। अधिक बारिश के चलते शहर में साढ़े दस बजे तक भी काफी दुकानें नहीं खुली हैं। हालांकि बाजार में ग्राहक नहीं हैं।
जिलों के तमाम अंडरपास में भी काफी पानी जमा हो गया। मेरठ-करनाल हाईवे सिंभालका गांव के पास तालाब में तब्दील हो गया है। विजय चौक के पास काफी दुकानों में भी पानी घुस गया है। कैराना, थानाभवन, जलालाबाद, ऊन, कांधला आदि में भी जलभराव हुआ है। करीब साढ़े बजे बारिश कुछ हल्की हुई है। वहीं, अधिक बारिश से सब्जियों की फसल को नुकसान है। उधर, यमुना का जलस्तर 228.72 मीटर है।