बुलंदशहर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची देख कहीं दीप जले तो कहीं दिल
जिला प्रशासन ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रधान पद के उम्मीदार मंगलवार से ही आरक्षण सूची जारी होने का इंतजार कर रहे थे। आरक्षण सूची जारी होने के बाद कई भावी उम्मीदवारों को निराशा हाथ लगी है और कई खुश हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची जारी होते ही कहीं दीप जले तो कहीं दिल वाली हालत हो गई है। किसी खेमे में मायूसी हुई तो कोई आरक्षित सीट देख खुशी से उछल पड़ा। जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान के साथ-साथ ग्राम पंचायत सदस्यों में भी आरक्षण की स्थिति देख भावी उम्मीदवारों को काफी झटका लगा है।
जिला प्रशासन ने बुधवार की सुबह अनंतिम आरक्षण सूची चस्पा करने का दावा किया था। जिला प्रशासन ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जनपद की 951 ग्राम पंचातयों का आरक्षण निर्धारण कर आरक्षण सूची बुधावार दोपहर जारी कर दी। प्रधान पद के उम्मीदार मंगलवार से ही आरक्षण सूची जारी होने का इंतजार कर रहे थे। आरक्षण सूची जारी होने के बाद कई ग्राम पंचायतों में कई साल से प्रधान पद के उम्मीदवारों को निराशा हाथ लगी है। आरक्षण सूची 951 ग्राम पंचायतों की जारी की गई है, लेकिन पंचायत चुनाव 946 ग्राम पंचायतों में ही कराया जाएगा। लोगों का विरोध है कि सूची जारी होने के अगले दिन ही 33 आपत्तियां डीपीआरओ कार्यालय में पहुंच गई हैं। सूची पहले ब्लाक स्तर पर फिर जिला पंचायत राज विभाग और इसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय पर सांख्यिकी विभाग की टीम ने आरक्षण सूची की जांच की है। जिला प्रशासन सूची शासनादेश के अनुसार न्यायसंगत होने का दावा कर रहा है। लेकिन खुद की जीत का दावा करने वाले सैकड़ों भावी उम्मीदवारों के उम्मीद पर पानी फेर दिया है। इससे इनमें हलचल मच रही है।
इन्होंने कहा
अनुसूचित जाति एवं जनजाति, ओबीसी और सामान्य पदों की स्थिति शासनादेश के आदेशों के मुताबिक की गई है। आपत्तियां दर्ज की जा रही हैं जल्द ही इनका निस्तारण किया जाएगा।
-अभिषेक पांडेय, सीडीओ